'सभी समुदाय अपने नेताओं को CM के रूप में देखना चाहते हैं' मंत्री के बयान से गरमाई कर्नाटक की सियासत
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस पार्टी में मचा घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब पीडब्ल्यूडी मंत्री जारकीहोली ने कहा है कि दलितों समेत सभी समुदायों की अपने किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाने की मांग है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस पर अंतिम फैसला कांग्रेस आलाकमान लेगा। इससे पहले प्रियांक खरगे और परमेश्वर ने भी सीएम बनने की इच्छा व्यक्त की थी।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 06 Nov 2023 05:18 PM (IST)
पीटीआई, बेंगलुरु। कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है। कभी प्रियांक खरगे तो कभी जी. परमेश्वर सीएम बनने की इच्छा जाहिर करती है। अब मंत्री सतीश जारकीहोली के बयान से फिर सियासत गरमा गई है।
'अंतिम फैसला आलाकमान लेगा'
सतीश जारकीहोली ने सोमवार को कहा कि दलितों समेत सभी समुदायों की अपने किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाने की मांग है। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला कांग्रेस आलाकमान लेगा।
'दलित मुख्यमंत्री की मांग कोई नई बात नहीं है'
पीडब्ल्यूडी मंत्री जारकीहोली ने कहा कि दलित मुख्यमंत्री की मांग कोई नई बात नहीं है। इससे पहले, 2013 में भी सीएम बनाने की मांग उठी थी। मंत्री ने कहा कि 2008 में मल्लिकार्जुन खरगे दलित सीएम के दावेदार थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला। वहीं, गृह मंत्री जी. परमेश्वर, जो आठ साल तक पार्टी के अध्यक्ष थे और डिप्टी सीएम बने, उन्हें भी मुख्यमंत्री बनने का मौका नहीं मिला।यह भी पढ़ें: कर्नाटक में बड़े उलटफेर के संकेत; एमबी पाटिल का दावा, बोले- BJP और JDS के 20 से 25 विधायक होंगे कांग्रेस में शामिल
दरअसल, परमेश्वर के आवास पर हाल ही में हुई डिनर मीटिंग में मुख्यमंत्री सिद्दरमैया, जारकीहोली और मंत्री एसची महादेवप्पा शामिल हुए। इस दौरान अफवाहें उड़ी थीं कि सत्ता परिवर्तन की स्थिति में परमेश्वर सीएम पद की रेस में शामिल हो सकते हैं।
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बता दें कि कांग्रेस के भीतर मुख्यमंत्री बदलने की मांग के बाद इस मुलाकात का महत्व बढ़ गया है। इसको देखते हुए सिद्दरमैया को ढाई साल बाद उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के लिए रास्ता बनाना पड़ सकता है।