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Lok Sabha Elections: चुनाव से पहले ही कुमारस्वामी ने बताई अपनी इच्छा, केंद्रीय मंत्री बन इस मंत्रालय का चाहते हैं जिम्मा

जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में राजग (NDA) की बेहतर संभावनाओं के लिए ईमानदारी से काम कर रहे हैं लेकिन चुनाव बाद भाजपा के साथ गठबंधन जारी रखना इस पर निर्भर करेगा कि उनकी पार्टी और उसके नेताओं के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है। साथ ही उन्होंने कृषि मंत्री बनने की इच्छा जाहिर की।

By Agency Edited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 05 Apr 2024 04:59 PM (IST)
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पूर्व मुख्यमंत्री और जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी (फोटो: @hd_kumaraswamy)
पीटीआई, मांड्या। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) आगामी लोकसभा चुनाव जद (एस) के साथ मिलकर लड़ रही है, लेकिन क्या संसदीय चुनाव के बाद भाजपा और जद(एस) के बीच गठबंधन जारी रहेगा? पूर्व मुख्यमंत्री और जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने इस पर खुलकर बात की।

उन्होंने कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में राजग (NDA) की बेहतर संभावनाओं के लिए ईमानदारी से काम कर रहे हैं, लेकिन चुनाव बाद भाजपा के साथ गठबंधन जारी रखना इस पर निर्भर करेगा कि उनकी पार्टी और उसके नेताओं के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है। साथ ही उन्होंने कृषि मंत्री बनने की इच्छा जाहिर की।

क्या कुछ बोले कुमारस्वामी?

कुमारस्वामी ने गुरुवार को मांड्या लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। इसके बाद उन्होंने समाचार एजेंसी 'पीटीआई' के साथ बातचीत में कहा,

मुझे केंद्रीय मंत्री के रूप में देखना न सिर्फ मांड्या के लोगों की आकांक्षा है, यहां तक कि मेरे भाजपा मित्रों का भी मानना है कि अगर मैं मंत्री बनूंगा तो यह राज्य के लिए अच्छा होगा। मैं एक कृषि पृष्ठभूमि से आता हूं और मुझे मौका दिया गया है। कृषि मंत्री बनूं और सरकार का अच्छा नाम रोशन करूं, अगर प्रधानमंत्री को विश्वास हो कि मैं अच्छा काम कर सकता हूं और अगर मुझे मौका दिया जाए तो मैं कृषि क्षेत्र में काम करना चाहूंगा।

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पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की अध्यक्षता वाली जद (एस) पिछले साल सितंबर में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में शामिल हो गई थी। इसके बाद दोनों पार्टियों के बीच 25-3 के फॉर्मूले पर मुहर लगी। भाजपा 25 सीटों पर, जबकि जद (एस) तीन सीटों (मांड्या, हासन और कोलार) पर चुनाव लड़ेगी। कर्नाटक में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव होने वाला है।

'कांग्रेस को मिला था वोट-विभाजन का फायदा'

कुमारस्वामी ने कहा कि हमने राजनीतिक अस्तित्व के लिए नहीं, बल्कि कर्नाटक के लिए बेहतर संभावनाओं के चलते भाजपा के साथ गठबंधन किया। यह भाजपा और जद (एस) दोनों के लिए फायदेमंद होने वाला है। कांग्रेस ने हमारे बीच वोट-विभाजन का फायदा उठाया। पिछले (विधानसभा) चुनाव में हमें गलती का एहसास हुआ और हमने कांग्रेस से मिलकर लड़ने का फैसला किया है।

कुमारस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी ने पिछले 50 सालों से हमेशा सबसे पुरानी पार्टी से लड़ाई की। उन्होंने कहा,

जब मैं मुख्यमंत्री था तब भाजपा के साथ हमारा पिछला गठबंधन (जनवरी 2006 से 20 महीने के लिए), एक अच्छा समय था और कुछ गलतफहमी और शरारती तत्वों की वजह से हमें अलग होना पड़ा था। पार्टियों और कैडरों के नेता ईमानदारी से एक-दूसरे के लिए काम कर रहे हैं।

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