Move to Jagran APP

असंतोष थामने त्रिपुरा पहुंचे भाजपा के चार केंद्रीय नेता, असंतुष्ट नेताओं से करेंगे मुलाकात

दिलीप सैकिया के नेतृत्व वाली चार सदस्यीय केंद्रीय टीम राज्य के सभी आठ जिलों का दौरा करेगी और विधानसभा चुनावों के लिए कार्ययोजना बनाने व पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए असंतुष्ट नेताओं से मुलाकात भी करेगी।

By Manish PandeyEdited By: Updated: Tue, 31 Aug 2021 08:59 AM (IST)
Hero Image
केंद्रीय नेता सभी जिलों का करेंगे दौरा और असंतुष्ट नेताओं से मिलेंगे।

अगरतला, प्रेट्र। त्रिपुरा में फरवरी, 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा प्रदेश में असंतोष और तृणमूल कांग्रेस से मिल रही चुनौती जैसी कई समस्याओं से जूझ रही है। असंतोष थामने और संगठन को मजबूत के लिए पार्टी के चार केंद्रीय नेता सोमवार को चार दिवसीय यात्रा पर त्रिपुरा पहुंचे।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि त्रिपुरा पहुंचे केंद्रीय नेताओं में राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया, पूर्वोत्तर जोन के सचिव (संगठन) अजय जामवाल, त्रिपुरा प्रभारी विनोद सोनकर और महासचिव (संगठन) फणींद्रनाथ सरमा शामिल हैं। केंद्रीय नेताओं ने पार्टी की कोर कमेटी के सदस्यों से मुलाकात की जिनमें मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, उप-मुख्यमंत्री जिश्नू देवबर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष माणिक साहा और केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक शामिल हैं।

सैकिया के नेतृत्व वाली चार सदस्यीय केंद्रीय टीम राज्य के सभी आठ जिलों का दौरा करेगी और विधानसभा चुनावों के लिए कार्ययोजना बनाने व पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए असंतुष्ट नेताओं से मुलाकात करेगी।

एक तरफ बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता काफी समय से राज्य का दौरा कर रहे हैं और कई वरिष्ठ राजनेता तृणमूल में शामिल हो गए तो दूसरी तरफ त्रिपुरा भाजपा असंतोष का सामना कर रही है। रविवार को पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुदीप राय बर्मन के नेतृत्व में पांच भाजपा विधायकों के समूह ने एक जनसभा में कहा कि उन्होंने सरकार व पार्टी की कुछ गलतियों को चिह्नित किया है और वे उन्हें पार्टी के केंद्रीय नेताओं के समक्ष रखेंगे। तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर बर्मन ने पत्रकारों से कहा, 'मैं उनके साथ संपर्क में नहीं हूं और न ही उनमें से किसी ने हमसे संपर्क किया है। मैं जहां हूं, ठीक हूं।' वहीं, भाजपा प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने कहा कि असंतुष्ट नेताओं की किसी बैठक के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।

बता दें कि बर्मन कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं। 2016 में वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे और 2017 में वह भाजपा में आ गए थे। बिप्लब सरकार में उन्हें स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था, लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था।