Move to Jagran APP

अमित शाह का कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला, बोले- हमारे पास 10 साल से संविधान बदलने जितना जनादेश है, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के दावों को खारिज कर दिया क‍ि भाजपा संविधान में संशोधन के लिए 400 से अधिक लोकसभा सीटें जीतना चाहती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को पिछले एक दशक में इतना जनादेश मिला है कि संविधान में बदलाव कर सकते थे लेकिन हमने कभी ऐसा नहीं किया। इतनी सीटें हासिल करने का लक्ष्य देश के राजनीतिक परिदृश्य में स्थिरता लाना है।

By Agency Edited By: Prateek Jain Updated: Fri, 17 May 2024 12:16 PM (IST)
Hero Image
अमित शाह ने कांग्रेस और राहुल गांधी के बयान पर पलटवार कि‍या है। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्‍ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के दावों को खारिज कर दिया क‍ि भाजपा संविधान में संशोधन के लिए 400 से अधिक लोकसभा सीटें जीतना चाहती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को पिछले एक दशक में इतना जनादेश मिला है कि संविधान में बदलाव कर सकते थे, लेकिन हमने कभी ऐसा नहीं किया।

एएनआई को दि‍ए इंटरव्‍यू में शाह ने कहा कि पार्टी का 400 से अधिक सीटें हासिल करने का लक्ष्य देश के राजनीतिक परिदृश्य में स्थिरता लाना है। शाह ने कहा,

हमें पिछले 10 वर्षों से संविधान बदलने का जनादेश मिला है, लेकिन हमने कभी ऐसा नहीं किया। आपको क्या लगता है कि राहुल बाबा एंड कंपनी क्या कहेगी और देश इस पर विश्वास करेगा? इस देश ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया है और इस देश के लोग पहले से ही जानते हैं कि नरेंद्र मोदी के पास संविधान बदलने के लिए पहले से ही पर्याप्त बहुमत था, लेकिन हमने ऐसा कभी नहीं किया।

हां, हम देश में राजनीति में स्थिरता लाने के लिए लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतना चाहते हैं। हम अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए, भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए 400 सीटें चाहते हैं कि कुछ गरीब जिन लोगों को अभी तक लाभ नहीं मिला है और हमें इसे पूरा करना है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि‍ हम 400 सीटें चाहते हैं, क्योंकि अभी भी हर घर तक साफ पानी नहीं पहुंच पाया है और इस देश में प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में बहुत काम किया जाना बाकी है। हम 400 सीटें चाहते हैं, क्योंकि हम 70 साल से अधिक उम्र के प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करना चाहते हैं।

शाह की यह टिप्पणी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने बीजेपी का जिक्र करते हुए कहा था कि एक राजनीतिक दल ने अपने चुनाव प्रचार में कथित तौर पर वादा किया है कि अगर वे चुनाव जीतेंगे तो संविधान को उखाड़ फेंकेंगे। राहुल गांधी ने बुधवार 15 मई को ओडिशा के बलांगीर में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा था,

पहली बार किसी राजनीतिक दल ने कहा है कि अगर वे सत्ता में आए तो संविधान को नष्ट कर देंगे। इस संविधान ने भारत के गरीबों, पिछड़ों, व‍ंचि‍तों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों, किसानों और मजदूरों को अधिकार दिया और आज भाजपा के बड़े नेता कहते हैं कि अगर वे चुनाव जीत गए तो वे इस किताब को उखाड़ फेंकेंगे, 

इसके अलावा, गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और राम मंदिर के निर्माण जैसे वादों को पूरा करने में भाजपा के ट्रैक रिकॉर्ड को रेखांकित किया और कहा,

हमने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया, तीन तलाक को हटा दिया और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया। हम अपने शासन के पिछले दस वर्षों में जनादेश की मदद से समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लाए हैं। 

जब उनसे पूछा गया कि '400 पार' का नारा किसी बड़े कदम के लिए जरूरी लग रहा है तो अमित शाह ने कहा कि 400 पार और 272 के बीच ज्यादा अंतर नहीं है और बीजेपी सिर्फ विस्तार चाहती है। हमें किसी बड़े कदम के लिए कभी भी 400 सीटों की ज़रूरत नहीं थी, हम इसे अब कर सकते हैं। क्या कोई अपने काम का विस्तार करने की कोशिश नहीं करेगा; क्या भाजपा अपना विस्तार नहीं करेगी? इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा,

देखिए बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास मेरी पार्टी का नहीं है, लेकिन इंदिरा गांधी के समय बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास कांग्रेस ने किया था। उन्होंने अनुच्छेद बदल दिया, लोकसभा का विस्तार किया गया, आपातकाल लगाया गया और 1.5 लाख लोगों को बिना किसी कारण के 19 महीने के लिए जेल भेज दिया गया। हमने कभी इसका दुरुपयोग नहीं किया और कोई भी राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं लेता है।

शाह ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से जीत का भरोसा जताते हुए अमित शाह ने कहा कि देश में स्थिर सरकार बनाने के लिए देश की जनता पीएम मोदी के साथ है। ये लोग एक अस्थिर सरकार चाहते हैं। जनता ने देखा है कि एक स्थिर सरकार देश के लिए क्या कर सकती है।

देश के युवाओं ने 30 साल तक अस्थिर सरकारों का दर्द झेला है। दो बार मोदी की स्थिर सरकार आई और अब तीसरे कार्यकाल में और अधिक स्थिर सरकार बनेगी, इसलिए देश की जनता मोदी के इस लक्ष्य के साथ है।