अमित शाह के फर्जी वीडियो केस में पहली कार्रवाई, असम से एक गिरफ्तार; दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना CM को किया तलब
Amit Shah fake video अमित शाह के फेक वीडियो मामले में गृह मंत्रालय की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने जहां तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को नोटिस भेजा तो वहीं असम पुलिस भी एक्शन में है। इस सिलसिले में अब असम से रीतम सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। इस बात की जानकारी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने अपने एक्स हैंडल पर दी है।
एजेंसी, नई दिल्ली। Amit Shah fake video केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो मामले में अब एक्शन तेज हो गया है। गृह मंत्रालय की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने जहां तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को नोटिस भेजा तो वहीं असम पुलिस भी एक्शन में है।
असम पुलिस ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार
अमित शाह से जुड़े फर्जी वीडियो के सिलसिले में अब असम से रीतम सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। इस बात की जानकारी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने अपने एक्स हैंडल पर दी है।
Assam police have arrested an individual named Sri Reetom Singh in connection with the fake video involving Honorable Home Minister Sri @AmitShah
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) April 29, 2024
आरक्षण पर फर्जी वीडियो वायरल, दिल्ली पुलिस एक्शन में
समाचार एजेंसी पीटीआई ने दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया, विशेष सेल ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर आरक्षण के मुद्दों के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के एक फर्जी वीडियो के प्रसार के संबंध में एक एफआईआर दर्ज की है। गृह मंत्रालय ने शिकायत में लिखा था कि यह पाया गया है कि फेसबुक और ट्विटर के उपयोगकर्ताओं द्वारा कुछ छेड़छाड़ किए गए वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं।केस दर्ज होने के बाद अब स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट ने जांच शुरू कर दी है।
वीडियो के सोर्स का लगाया जा रहा पता
दिल्ली पुलिस ने एक्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को पत्र लिखकर इस फर्जी वीडियो के स्रोत के बारे में जानकारी मांगी है, जिसे ऑनलाइन शेयर किया गया था। पुलिस की स्पेशल सेल ने गृह मंत्रालय के अधीन भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की शिकायत के बाद शाह के छेड़छाड़ किए गए वीडियो के मामले में एफआईआर दर्ज की थी।स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट ने अब वीडियो के स्रोत और इसे फैलाने वालों की पहचान करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से संपर्क किया है।