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Target Killings in Jammu Kashmir: अमित शाह की अध्यक्षता में जम्मू कश्मीर सुरक्षा की स्थिति पर हुई दो दौर की बैठक

जम्मू कश्मीर में हाल के दिनों में हुए टार्गेट किलिंग्स को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में दो दौर में बैठक की गई है। पहले दौर की बैठक में घाटी की सुरक्षा हालात पर मंथन किया गया।

By Monika MinalEdited By: Updated: Fri, 03 Jun 2022 03:38 PM (IST)
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अमित शाह की अध्यक्षता में बैठक, जम्मू कश्मीर के सुरक्षा हालात पर मंथन
 नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) की अध्यक्षता में शुक्रवार को जम्मू कश्मीर की सुरक्षा को लेकर वहां के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दूसरे दौर की बैठक भी की गई है। जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर की गई पहले दौर की उच्चस्तरीय बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल व जम्मू कश्मीर के डीजीपी (Director General of Police) दिलबाग सिंह भी शामिल हुए। इनके अलावा बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला (Ajay Bhalla) के साथ सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल कुलदीप सिंह ओर बीएसएफ प्रमुख पंकज सिंह भी  शामिल हुए। बैठक जम्मू कश्मीर में हाल में ही हुए कश्मीरी पंडितों की हत्या को लेकर है। हाल में हुए आतंकी हमले में एक बैंक मैनेजर की हत्या हो गई विजय कुमार नामक बैंक मैनेजर को कुलगाम जिले में उनके आफिस के बाहर ही आतंकियों ने गोली मार दी।'

बता दें कि गुरुवार को भी कश्मीर में हिंदू बैंक कर्मचारी की हत्या के कुछ घंटों बाद ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इन अधिकारियों में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रा) के प्रमुख सामंत गोयल शामिल थे। बैठक में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गई। उल्लेखनीय है कि कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स ने इंटरनेट मीडिया पर अपना बयान जारी कर बैंक शाखा प्रबंधक विजय कुमार की हत्या की जिम्मेदारी ली है। आतंकी संगठन ने गीदड़भभकी दी है कि जो भी कश्मीर के बहुसांख्यिकी चरित्र को बदलने में शामिल होगा, उसे अपनी जान गंवानी पड़ सकती है। यह हत्या उन गैर स्थानीय लोगों के लिए चेतावनी है जो यह सोचते हैं कि सरकार उन्हें कश्मीर में बसाएगी।

घाटी से कश्मीरी हिंदू व अल्पसंख्यक लौट रहे घर, प्रशासन मानने को तैयार नहीं

कश्मीर में रोजी-रोटी कमाने आए विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यकों ने वापस अपने घरों का रास्ता पकड़ लिया है। कोई बस में सवार होकर लौट रहा है तो कोई हवाई जहाज की टिकट खरीद रहा है। कई जगह प्रशासन ने कश्मीरी हिंदुओं को रोकने के लिए उनकी कालोनियों में आने जाने का रास्ता भी कथित तौर पर बंद कर दिया है। हालांकि प्रशासन कश्मीर से कश्मीरी हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यकों के निकलने की खबरों को निराधार बता रहा है, जबकि इंटरनेट मीडिया पर कई जगह कश्मीरी हिंदुओं ने सामान समेटकर कश्मीर से बाहर निकलने के अपने वीडियो भी अपलोड किए हैं।

22 दिन में सात टारगेट किलिंग

12 मई : आतंकियों ने बड़गाम के चाडूरा में कश्मीरी हिंदू क्लर्क राहुल भट्ट की आफ‍िस में हत्या कर दी थी।

13 मई : पुलवामा में पुलिसकर्मी रियाज अहमद ठोकर अपने घर के बाहर आतंकी हमले में बलिदान हो गए थे।

18 मई : बारामुला में आतंकियों ने ग्रेनेड हमला किया, जिसमें सुंदरबनी के रंजीत सिंह की मौत हो गई थी।

24 मई : श्रीनगर के सौरा इलाके में आतंकियों ने पुलिसकर्मी सैफ कादरी की घर के बाहर हत्या कर दी थी।

25 मई : बड़गाम के हुशरु में आतंकियों ने महिला टीवी कलाकार अमरीना बट की हत्या कर दी।

25 मई : बारामुला के शराकवारा में पुलिसकर्मी मुदस्सिर अहमद एक मुठभेड़ में बलिदान हो गए थे।

31 मई : कुलगाम में दलित अध्यापिका रजनी बाला की हत्या।

02 जून : कुलगाम में देहाती बैंक की शाखा में आतंकी ने बैंक प्रबंधक विजय कुमार की गोली मारकर हत्या।