Move to Jagran APP

Amit Shah: 'कोई कितना जोर लगा ले मणिपुर को टूटने नहीं देंगे', अमित शाह ने बताई क्या है प्रधानमंत्री मोदी की पहली प्राथमिकता

अमित शाह के अनुसार घुसपैठ के माध्यम से मणिपुर की डेमोग्राफी की बदलने का षड़यंत्र चल रहा है और इससे निपटने के लिए मोदी सरकार ने पूरे म्यांमार बोर्डर पर बाड़ लगाने का फैसला किया है और इसपर काम शुरू भी हो चुका है। इसी तरह से ड्रग तस्करों द्वारा दुरूपयोग को देखते हुए मुक्त आवाजाही समझौते को रद करने का फैसला किया है।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Mon, 15 Apr 2024 08:48 PM (IST)
Hero Image
अमित शाह ने कहा कि 'कोई कितना जोर लगा ले मणिपुर को टूटने नहीं देंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मणिपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने नस्ली हिंसा से प्रभावित मणिपुर को एकजुट रखने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव मणिपुर को तोड़ने वाले और मणिपुर को जोड़कर रखने वालों के बीच है। उन्होंने कांग्रेस पर मणिपुर के विभाजन का एजेंडा बनाने का आरोप लगाया। शाह ने साफ कर दिया कि कोई कितना भी जोर लगा ले, हम मणिपुर को टूटने नहीं देंगे।

कांग्रेस देश को बांटना चाहती है

कांग्रेस पर विभाजन की राजनीति का आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस जहां भी जाती है, विभाजन की बात करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले भी देश का विभाजन कर चुकी है और अब उत्तर और दक्षिण भारत में बांटना चाहती है। कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों के द्वारा मणिपुर में हुई हिंसा और उनमें मारे जाने वाले लोगों का आंकड़ा देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मणिपुर को नाकाबंदी वाला राज्य बना दिया था।

मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने की घोषणा

इबोबी सिंह की कांग्रेस सरकार के दौरान सैंकड़ों लोगों के फर्जी एनकाउंटर में मारे जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि तीन साल मणिपुर बंद रहा था। इसके विपरीत भाजपा शासन के छह सालों में मणिपुर में शांति बहाल करने में सफलता मिली और कई इलाकों से अफस्पा को हटा लिया गया। ध्यान रहे कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में सरकार बनने के बाद मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने की घोषणा की है ।

म्यांमार बोर्डर पर बाड़ लगाने का फैसला

अमित शाह के अनुसार घुसपैठ के माध्यम से मणिपुर की डेमोग्राफी की बदलने का षड़यंत्र चल रहा है और इससे निपटने के लिए मोदी सरकार ने पूरे म्यांमार बोर्डर पर बाड़ लगाने का फैसला किया है और इसपर काम शुरू भी हो चुका है। इसी तरह से ड्रग तस्करों द्वारा दुरूपयोग को देखते हुए मुक्त आवाजाही समझौते को रद करने का फैसला किया है।

मणिपुर में शांति मोदी जी की प्राथमिकता

उन्होंने कहा कि मणिपुर को हिंसा के दंश से बाहर निकालने और स्थायी शांति स्थापित करने के लिए दोनों समुदायों से बात की जाएगी और इसके लिए मोदी सरकार कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मैं घाटी और पहाड़ दोनों से कहना चाहता हूं कि मणिपुर में शांति मोदी जी की प्राथमिकता है। शाह ने पूरे पूर्वोतर भारत और खासतौर पर मणिपुर के विकास के लिए मोदी सरकार के दौरान किये गए कार्यों का ब्यौरा भी पेश किया। उनके अनुसार उग्रवादी गुटों से समझौता कर पूरे पूर्वोत्तर भारत में शांति और विकास के नए युग का सूत्रपात हुआ है।

पूर्वोत्तर विकसित भारत

इसके पहले त्रिपुरा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर का विकास मोदी सरकार की प्राथमिकता में है और प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि देश तभी विकसित होगा, जब पूर्वोत्तर भारत विकसित होगा। त्रिपुरा और मणिपुर की दो-दो सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होने हैं। दोनों ही राज्यों में पहले और दूसरे चरण में एक-एक सीट पर मतदान होगा।

यह भी पढ़ें: BJP Manifesto 2024 : मध्यम वर्ग की सुविधाएं बढ़ाने के साथ इस वर्ग का दायरा भी बढ़ेगा..., भाजपा के संकल्पपत्र में क्या है खास?