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क्या आंध्र प्रदेश में अमित शाह को आया था गुस्सा? वायरल वीडियो पर BJP नेता तमिलिसाई ने दिया जवाब

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन के बीच हुई बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि अमित शाह काफी सख्त नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को लेकर डीएमके ने बीजेपी नेता पर निशाना साधा है। हालांकि तमिलिसाई सुंदरराजन ने बताया कि आखिर मंच पर दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई थी।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Fri, 14 Jun 2024 08:46 AM (IST)
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आंध्र प्रदेश में अमित शाह और बीजेपी नेता तमिलिसाई सुंदरराजन के बीच हुई बातचीत।(फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Amit Shah Angry। आंध्र प्रदेश के नवनिर्वाचित सीएम चंद्रबाबू नायडू के शपथ समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन के बीच कुछ बातचीत हुई थी। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि अमित शाह उनके साथ काफी सख्ती से बात कर रहे हैं।

इसी बीच वायरल वीडियो से जुड़ी सभी अटकलों को पूर्व राज्यपाल ने खारिज कर दिया है। उन्होंने ये भी बताया कि आखिर दोनों की बीच मंच पर क्या बातचीत हुई थी।

राजनीतिक और निर्वाचन क्षेत्र के काम को लेकर हुई बात: तमिलिसाई

बीजेपी नेता तमिलिसाई सुंदरराजन (Tamilisai Soundararajan)  ने गुरुवार (13 जून) को सोशल मीडिया पोस्ट में कहा,"कल ,जब मैं 2024 के चुनावों के बाद पहली बार आंध्र प्रदेश में हमारे माननीय गृह मंत्री अमित शाह से मिली, तो उन्होंने मुझे चुनाव के बाद की कार्रवाई और सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछने के लिए बुलाया। जैसा कि मैं विस्तार से बता रही थी, वक्त की कमी की वजह से अत्यंत चिंता के साथ उन्होंने राजनीतिक और निर्वाचन क्षेत्र के काम को गहनता से करने की सलाह दी। यह सभी अटकलों को खत्म करने के लिए है।

डीएमके ने बीजेपी पर साधा निशाना

हालांकि, डीएमके नेताओं ने इस वीडियो के सहारे भाजपा को घेरने की कोशिश की। पूर्व केंद्रीय मंत्री और डीएमके नेता दयानिधि मारन ने वीडियो को लेकर अमित शाह की आलोचना की और घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।

दयानिधि मारन ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। वह तेलंगाना और पुडुचेरी की राज्यपाल थीं। हमें बुरा लग रहा है। क्या गृह मंत्री, निर्मला सीतारमण या एस जयशंकर के साथ भी ऐसा ही व्यवहार करेंगे? सिर्फ इसलिए कि वह (तमिलनाडु) तमिलनाडु से हैं, क्या उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा सकता है? यह बहुत ही अप्रिय है। "

तमिलनाडु में एक भी सीट नहीं जीत सकी बीजेपी

बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा तमिलनाडु में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकी। वहीं, पार्टी अपने दम पर बहुमत की सरकार बनाने में भी कामयाब नहीं हो सकी। भाजपा को 240 सीटें जीतने में कामयाब हो सकी है। 

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