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Maharashtra Election Result: यह अंत नहीं, आरंभ है... करारी हार के बाद अमित ठाकरे बोले- मेरी लड़ाई बहुत लंबी

Maharashtra Election Result 2024 राज ठाकरे ने इस विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के 125 उम्मीदवार खड़े किए थे। इनमें एक उम्मीदवार उनके पुत्र अमित ठाकरे भी मुंबई की माहिम सीट से चुनाव लड़े थे। चुनाव लड़नेवालों में मनसे के कई मजबूत नेता भी शामिल थे। लेकिन अमित ठाकरे सहित मनसे के सभी 125 उम्मीवार चुनाव हार गए हैं।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Sat, 23 Nov 2024 07:25 PM (IST)
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राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे। (Photo Jagran)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को करारी हार का सामना करना पड़ा। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ने अपने पहले चुनाव में हार के बाद कहा है कि वे जनादेश को स्वीकार करते हैं। यह चुनाव 'राजकुमार' के रूप में नहीं, बल्कि एक आम कार्यकर्ता के रूप में लड़ा।

महेश बलिराम सावंत की जीत

अमित ठाकरे ने मुंबई की माहिम सीट से चुनाव लड़ा और तीसरे स्थान पर रहे। उनके चाचा उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) ने महेश बलिराम सावंत के साथ 1316 वोटों के मामूली अंतर से जीत दर्ज की।

बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष

अमित ठाकरे ने एक्स पर मराठी में एक पोस्ट में कहा, 'मैं आज विधानसभा चुनाव में अपने लोगों द्वारा दिए गए आह्वान को विनम्रता और सम्मान के साथ स्वीकार करता हूं। पिछले कई सालों से मैंने इस वार्ड में लोगों को बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष करते देखा है। हमें वार्ड में विकास और बदलाव की कहानी लिखनी चाहिए थे। इसी इरादे से मैं इस चुनाव में उतरा।

यह राजकुमार की लड़ाई नहीं थी

उन्होंने कहा कि मेरी यह लड़ाई कभी भी राजनीतिक सत्ता हासिल करने के लिए नहीं थी। यह लड़ाई किसी राजकुमार की नहीं थी, यह एक साधारण कार्यकर्ता की थी जो सभी के लिए, हमारे लोगों के लिए, हमारे महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए थी। मैं बस आपके चेहरे पर संतुष्टि की मुस्कान लाना चाहता था।

अमित ने मतदाताओं को दिया धन्यवाद

अमित ठाकरे ने कहा कि यह उनकी यात्रा का अंत नहीं बल्कि शुरुआत है। सभी मतदाताओं का धन्यवाद जिन्होंने अपना विश्वास दिखाया और मुझे वोट दिया। आपका विश्वास व्यर्थ नहीं जाएगा। मैं वादा करता हूं - मैं हमेशा आपके सपनों को पूरा करने, आपके विश्वासों पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। क्योंकि मेरी लड़ाई बहुत लंबी है और हम इसे एक साथ जीतेंगे।

अपना खाता खोलने में विफल

महाराष्ट्र की राजनीति में एक समय में एक मजबूत ताकत रही मनसे ने पिछले दो राज्य चुनावों में अपना प्रभाव कम होते देखा है। 2009 के चुनावों में 13 सीटें जीतने के बाद पार्टी 2014 और 2019 के चुनावों में 1 जीत पर सिमट गई। इस बार यह 125 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद अपना खाता खोलने में विफल रही और केवल 1.5 प्रतिशत वोट हासिल किया।