'डायरी ऑफ ए होम मिनिस्टर', चुनाव से पहले अनिल देशमुख का 'पुस्तक बम', फडणवीस पर लगाए गंभीर आरोप
Anil Deshmukh book मराठी भाषा में लिखी गई पुस्तक से महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने चुनाव से पहले फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुस्तक के ज्यादातर अध्याय महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप में हुई उनकी गिरफ्तारी से संबंधित हैं। उन्होंने दावा किया है कि उन्हें जेल में कई ऑफर मिले और यहां तक कहा गया कि अगर वो मानते हैं तो वो छूट जाएंगे।
ओमप्रकाश तिवारी, जेएनएन, मुंबई। Anil Deshmukh book महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक पुस्तक चर्चा का विषय बनी हुई है। मराठी भाषा में लिखी गई यह पुस्तक महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने लिखी है। इस पुस्तक के ज्यादातर अध्याय महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप में हुई उनकी गिरफ्तारी से संबंधित हैं।
जेल में मिला था ऑफर
पुस्तक ‘डायरी ऑफ ए होम मिनिस्टर – राजकीय षडयंत्र विफल करनेवाले गृहमंत्री की आत्मकथा’ में देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि जब वो जेल में थे तो उनपर दबाव बनाया गया था कि वो ऐसा बयान दर्ज कराएं जिससे शीर्ष नेता फंस सके।
फडणवीस पर लगाए गंभीर आरोप
यही नहीं, देशमुख ने दावा किया कि उन्हें जेल में एक ऑफर मिला था, जिसे अगर वो स्वीकार करते तो उनके खिलाफ सीबीआई और ईडी की कार्रवाई खत्म कर दी जाती। देशमुख ने कहा कि उन्हें 4 प्वाइंट का लिफाफा मिला था, जिसमें एक हलफनामा दायर करने को कहा था। इसमें अजित पवार उनके बेटे पार्थ को गुटखा निर्माताओं से पैसा इकट्ठा करने के लिए फंसाने को कहा गया था।वहीं, दिशा सालियान की मौत में उद्धव के बेटे आदित्य को फंसाने को भी कहा गया। देशमुख ने ये भी दावा किया कि फडणवीस ने ही सांगली से समित कदम को भेजा और ये सब ऑफर किया।
The dangerous political game played behind closed doors! What secret conversation did a messenger arrange between me and Devendra Fadnavis? Which dirty plan did Fadnavis share with me? Why did Sharad Pawar think the government would fall in 24 hours? pic.twitter.com/uRriWgIviC
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) October 26, 2024
क्या सफाई देने का हो रहा प्रयास?
‘डायरी ऑफ ए होम मिनिस्टर – राजकीय षडयंत्र विफल करनेवाले गृहमंत्री की आत्मकथा’ नामक यह पुस्तक इन दिनों प्रयास करके विशेष वर्गों तक पहुंचाई जा रही है। खासतौर से मीडिया से जुड़े लोगों तक। माना जा रहा है कि यह प्रयास पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की सफाई देने के क्रम में किया जा रहा है।एंटीलिया के बाहर विस्फोटक लदी गाड़ी का भी जिक्र
पुस्तक में एक मराठी टीवी चैनल में 18 मार्च, 2021 को तब के गृहमंत्री के रूप में लिए गए अनिल देशमुख के साक्षात्कार से लेकर मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर खड़ी पाई गई विस्फोटक लदी स्कॉर्पियो, तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख पर लगाए गए संगीन आरोप, इन्हीं घटनाओं से जुड़ी मनसुख मर्डर मिस्ट्री, पुलिस अधिकारियों के आपराधिक रिकार्ड, प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उन पर लगाए आरोप एवं चांदीवाल आयोग से देशमुख को मिली क्लीनचिट जैसे मुद्दों पर विस्तार से लिखा गया है।
आत्मकथा के इन सभी अध्यायों में अनिल देशमुख यही साबित करते दिखाई देते हैं कि किसी षडयंत्र के तहत उनपर झूठे आरोप लगाकर उन्हें फंसाने की कोशिश की गई।