Fake News Challenge: अनुराग ठाकुर ने फेक न्यूज को बताया चुनौती, सरकारी संचार को परिभाषित करने के लिए दिया फाइव-सी का मंत्र
अनुराग ठाकुर ने सरकारी संचार को परिभाषित करने के लिए फाइव-सी का मंत्र दिया। इसमें नागरिक केंद्रित और अनुकंपा लक्षित दर्शकों के सह-निर्माण सहयोग चिंतन और निरंतर क्षमता वृद्धि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को ध्यान में रखते हुए सभी संचारों को प्रासंगिक और समझने में आसान बनाना होगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को सरकार के संचारकों से फर्जी खबरों जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिए चुस्त और अनुकूलनीय होने का आग्रह किया। यहां भारतीय सूचना सेवा (आइआइएस) के अधिकारियों के दो दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए ठाकुर ने उनसे 130 करोड़ लोगों के लिए संचारक के रूप में अपनी भूमिका के महत्व को पहचानने का आह्वान किया।
अनुराग ठाकुर ने सरकारी संचार को परिभाषित करने के लिए फाइव-सी का मंत्र दिया। इसमें नागरिक केंद्रित और अनुकंपा, लक्षित दर्शकों के साथ सह-निर्माण, सहयोग, चिंतन और निरंतर क्षमता वृद्धि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को ध्यान में रखते हुए सभी संचारों को प्रासंगिक और समझने में आसान बनाना होगा। ठाकुर ने सरकारी निकायों, संस्थानों और निजी क्षेत्र सहित सभी हितधारकों के साथ सहयोग करने के महत्व पर जोर दिया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने फेक न्यूज का मुकाबला करने के लिए फैक्ट चेक यूनिट के विस्तार और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए सुलभता पहल जैसी पहलों की सराहना की। उन्होंने सरकारी संचार की प्रभावकारिता को और बेहतर बनाने के लिए नई मीडिया प्रौद्योगिकियों, संस्था निर्माण और राज्य सरकारों के साथ समन्वय के महत्व पर भी प्रकाश डाला। केंद्रीय मंत्री ने जनता तक पहुंच बढ़ाने के लिए समकालिक संचार और कहानी कहने की कला के महत्व को भी रेखांकित किया। सम्मेलन में सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा, प्रेस इन्फोर्मेशन ब्यूरो के प्रधान महानिदेशक जयदीप भटनागर और वरिष्ठ अधिकारी सत्येंद्र प्रकाश, वेणुधर रेड्डी और मयंक कुमार अग्रवाल भी मौजूद रहे।