Move to Jagran APP

Arun Jaitley Birth Anniversary: पीएम मोदी, भाजपा के अन्य शीर्ष नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को हुआ था। जबकि लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त 2019 को उनका निधन हो गया था। अरुण जेटली ने वित्त मंत्री रक्षा मंत्री समेत अन्य कई अहम पदों का कार्यभार संभाला।

By Nitin AroraEdited By: Updated: Mon, 28 Dec 2020 11:03 AM (IST)
Hero Image
Arun Jaitley Birth Anniversary: पीएम मोदी, भाजपा के अन्य शीर्ष नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली, पीटीआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने पूर्व कैबिनेट सहयोगी और दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की, और कहा कि उनका व्यक्तित्व, ज्ञान, कानूनी समझ को हर कोई याद करता है। उन्होंने देश के विकास के लिए लगातार काम किया। अन्य भाजपा नेताओं ने भी पूर्व वित्त मंत्री को याद किया। जेटली ने भाजपा के लिए हमेशा अगुवाई की है। पार्टी की सबसे मुखर आवाजों में पहचाना जाता था उन्हें। चाहे कोई गंभीर मुद्दा ही क्यों न हो, उनको सभी ध्यान से सुना करते थे।

अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर, 1952 को हुआ था। जबकि लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त, 2019 को उनका निधन हो गया था। अरुण जेटली ने वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री समेत अन्य कई अहम पदों का कार्यभार संभाला।

अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'मेरे दोस्त अरुण जेटली जी की जयंती पर उन्हें नमन।' वहीं, अपनी श्रद्धांजलि में, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जेटली एक उत्कृष्ट सांसद थे।

अमित शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, 'अरुण जेटली जी को उनकी जयंती पर नमन. वो एक शानदार सांसद थे, जिनके ज्ञान और इनपुट का कोई सानी रहा हो. देश के विकास में उन्होंने अहम भूमिका निभाई।'

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने जेटली को एक स्पष्ट वक्ता और सक्षम रणनीतिकार के रूप में याद किया जाएगा। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जेटली का भारत के सार्वजनिक जीवन में योगदान और पार्टी को मजबूत करने में उनकी भूमिका को हमेशा याद किया जाएगा।

भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर अरुण जेटली को याद करते हुए लिखा, मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान लिए गए रिफॉर्म में अरुण जेटली का योगदान शानदार रहा था। बता दें कि अरुण जेटली की गिनती भाजपा के उन नेताओं में होती है, जो मुश्किल के समय में हमेशा पार्टी के लिए काम आए। संसद में विपक्ष को जवाब देना हो या फिर विपक्ष में रहते हुए सरकार को घेरना हो। उन्होंने आगे रहकर काम किया।