महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव से पहले EVM की अग्नि परीक्षा, आरोपों से उठेगा पर्दा! EC जारी करेगा तथ्यात्मक रिपोर्ट
झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान है जबकि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक चरण में ही मतदान है। अपनी 42 साल की यात्रा में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर वैसे तो अब तक गड़बड़ियों से जुड़े अनगिनत आरोप लग चुके हैं। यह बात अलग है अब तक इन आरोपों से वह बेदाग निकली है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। हरियाणा के बाद महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव में ईवीएम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) पर किसी तरह के नए आरोप न लगे इसे लेकर निर्वाचन आयोग जहां सतर्क है, वहीं दोनों राज्यों के चुनाव से पहले ईवीएम पर हरियाणा चुनाव के दौरान लगाए गए आरोपों पर से भी परदा उठाने की तैयारी है। इसे लेकर जांच लगभग पूरी हो गई है।
ईवीएम पर सख्त चुनाव आयोग
माना जा रहा है कि इसी सप्ताह के भीतर आयोग ईवीएम पर लगे आरोपों को लेकर अपना तथ्यात्मक जवाब भी दे सकता है। हालांकि, अब तक ईवीएम से जुड़े आरोपों पर आयोग उतना सक्रिय नहीं दिखता था, लेकिन पिछले कुछ चुनावों से वह ईवीएम व खुद पर लगने वाले आरोपों या फिर दुष्प्रचार के खिलाफ सख्त और सक्रिय है।
यही वजह है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस ने जैसे ही 20 निर्वाचन क्षेत्र की ईवीएम पर उनकी बैटरी इस्तेमाल को लेकर जैसे ही सवाल उठाए,आयोग ने तुरंत ही न सिर्फ उसका जवाब दिया बल्कि इसकी विस्तृत जांच कराने के निर्देश भी दिए।