बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत में रहने की नहीं मिलेगी अनुमति: दिलीप घोष
भारत में 2 करोड़ बांग्लादेशी घुसपैठियों को रहने की इजाजत नहीं दिलीप घोष
नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले मतदाता सूची में से मुस्लिम घुसपैठियों के नाम हटा दिए जाएंगे तब दीदी (Mamata Banerjee) किसी का पक्ष नहीं लेगी।’ उन्होंने आगे कहा कि घुसपैठियों को हटाने के कारण 2021 की राज्य विधानसभा चुनावों में ममता बनर्जी को मिलने वाले वोट कम हो जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘ऐसा होते ही आगामी चुनावों में वोटों की संख्या कम हो जाएगी, हमें 200 सीटें मिलेंगी, उन्हें 50 सीटें भी नहीं मिलेंगी।’
इससे पहले भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बंगाल में एनआरसी लागू करने को लेकर अपने संकल्प के प्रति दृढ़ता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि यहां रहने वाले अवैध शरणार्थियों को बांग्लादेश भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि सालों से यहां रहने वाले शरणार्थी अब तक देश के नागरिक नहीं हो पाए हैं। महात्मा गांधी से लेकर तमाम पार्टियों- कांग्रेस, वाममोर्चा के नेताओं ने नागरिकता देने की बात कही लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
इस कानून के तहत 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आने वाले पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के हिंदुओं, सिखों, जैनियों, पारसी, बौद्धों और ईसाईयों को यहां की नागरिकता दी जाएगी।