'हमारा एहसान मानिए, नहीं तो पाकिस्तान का बॉर्डर लखनऊ तक होता', पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब के बयान से मचा बवाल
सोमवार को दिल्ली में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ एक बैठक बुलाई गई। इस बैठक में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सदस्य समेत कई बड़े-बड़े मौलाना मौजूद थे। राज्यसभा के पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब ने इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि मुसलमानों का एहसान मानिए कि उन्होंने जिन्ना को मना किया वरना पाकिस्तान का बॉर्डर लाहौर नहीं लखनऊ तक होता।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोमवार को वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक मीटिंग हुई। इस इस बैठक में राज्यसभा के पूर्व सांसद ने मोहम्मद अदीब (Mohammad Adeeb) ने एक ऐसा बयान दे दिया, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में सियासी हंगामा शुरू हो गया है।
हम अपने इलाके में गुनहगार
मोहम्मद अदीब ने मंच पर कहा कि ये तो आप मुसलमानों का एहसान मानिए कि उन्होंने जिन्ना को मना किया, वरना पाकिस्तान का बॉर्डर लाहौर नहीं लखनऊ तक होता। मैं आज जिंदगी के 80 साल के पड़ाव पर हूं, करीब 50 साल मैंने सियासी गलियारों में गुजारे। लेकिन आज हमें अपने इलाके में गुनहगार की तरह देखा जाता है।
अब हम देशद्रोही हो गए
उन्होंने आगे कहा कि हमने अपनी जिंदगी में ऐसे-ऐसे लोगों को देखा, जो कल तक हमारे साथ थे, वह आज अपनी सियासी जिंदगी बनाने के लिए हमको ही दगा दे गए और आज हमें वह लोग देशद्रोही तक कहने भी लगे हैं। हमने देश को बचाने और भाईचारे को निभाने के लिए हर संभव कार्य किये, लेकिन हमें उसका यह इनाम मिल रहा है।मंच पर मौजूद थे कई नेता
बता दें कि जिस वक्त यह बैठक चल रही थी, उस समय मंच पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदर खालिद सैफुल्लाह रहमानी के साथ जनरल सेक्रेटरी फज़लुर्रहीम मुजद्दिदी, हजरत मौलाना अबु तालिब रहमानी और अमरैन महफूज रहमानी भी मौजूद थे। लेकिन किसी ने उनके इस बयान को कोई टोकाटोकी नहीं की।
हमने झेली सबसे ज्यादा मुसीबतें
उन्होंने आगे कहा कि आज हम पर जुल्म किये जा रहे हैं, हमारे घरों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। आज हमारे पास अपना कुछ भी नहीं बचा। हम और हमारी जमात सबसे ज्यादा मुसीबत झेल रही है।बैठक में भड़काऊ बयानबाजी भी
गौरतलब है कि वक्फ संशोधन बिल पर अभी जेपीसी का विचार-विमर्श चल रहा है। इस बिल को अभी सदन में लाया जाना बाकी है, लेकिन उससे पहले ही मुसलमानों में डर का माहौल बनाया जा रहा है।