तीन राज्यों में चुनाव तक अमित शाह ही रहेंगे अध्यक्ष, शिवराज को सदस्यता अभियान की कमान सौंपी
नए सदस्य बनाने का अभियान भाजपा शुरू करने जा रही हैं और इसके लिए पार्टी ने शिवराज चौहान को सदस्यता अभियान का संयोजक नियुक्त किया है।
By Sanjeev TiwariEdited By: Updated: Thu, 13 Jun 2019 04:43 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन राज्यों में संभावित विधानसभा चुनाव के होने तक भाजपा अध्यक्ष बने रहेंगे। लिहाजा वह दिसंबर तक यह पद संभालेंगे। शाह ने पार्टी को स्पष्ट कर दिया है कि अभी भाजपा अपनी बुलंदी पर नहीं पहुंची है। यह उत्कर्ष तब प्राप्त होगा जब पश्चिम बंगाल और केरल जैसे कुछ राज्यों में भी भाजपा सत्ता में होगी। कुछ इसी स्वर से जहां उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपने नेताओं को कमर कसने का संकेत दिया है। वहीं अगले दो महीने में पार्टी की सदस्यता में भी 20 फीसद विस्तार का लक्ष्य तय कर दिया है।
अब यह भी स्पष्ट हो गया है कि नए अध्यक्ष का चुनाव होने तक अमित शाह ही भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे। भाजपा सूत्रों का भी यही मानना है। महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में विधानसभा चुनाव उनकी ही अध्यक्षता में होंगे।प्रदेश अध्यक्ष और पदाधिकारियों की बैठक में शाह ने लोकसभा चुनाव की बड़ी जीत का श्रेय मोदी सरकार की गरीबोन्मुखी योजनाओं और राष्ट्रवाद को दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं और बूथ वर्कर को भी श्रेय देते हुए उन्होंने कहा कि 303 में से 220 सीटों पर भाजपा को पचास फीसद से ज्यादा वोट मिले हैं। यह उत्साहित करने वाला है। लेकिन आगाह भी किया कि अभी रुकने और विश्राम करने की जरूरत नहीं। शाह के संबोधन की जानकारी देते हुए राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने बताया कि उन्होंने साफ कहा, 'अभी भाजपा का चरमोत्कर्ष नहीं आया है, हमें कई क्षेत्रों में विस्तार करने की जरूरत है।' जाहिर है कि भाजपा यह लक्ष्य बनाकर चल रही है कि जब केरल और पश्चिम बंगाल में भी भाजपा की सरकारें होंगी तब शायद चरमोत्कर्ष की स्थिति हो। ध्यान रहे कि 2014 मे औपचारिक रूप से अध्यक्ष की कमान संभालते वक्त भी शाह ने कहा था कि अभी स्वर्णिम काल नहीं आया है।
शिवराज को सदस्यता अभियान की कमान सौंपी
कुछ दिन पहले भाजपा ने महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड की कोर कमेटी के साथ विधानसभा चुनाव का खाका तैयार किया था। गुरुवार को संगठन विस्तार और चुनाव पर व्यापक चर्चा की और प्रोत्साहित किया कि नए-नए क्षेत्रों और वर्गो में भाजपा का विस्तार करें। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सदस्यता अभियान की कमान भी सौंप दी गई है। उनके साथ दुष्यंत गौतम, सुरेश पुजारी, अरुण चतुर्वेदी और शोभा सुरेंद्रन को सह संयोजक बनाया गया है।केरल, आंध्र और तमिलनाडु में बहुत काम करने की जरूरत : शाह
जाहिर है कि शाह ने पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के सामने महत्वाकांक्षी लक्ष्य रख दिया है। शाह ने बताया कि पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में पार्टी ने अपनी स्थिति मजबूत की है लेकिन केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में बहुत काम करने की जरूरत है। हमें हर किसी तक पहुंचना होगा। संगठन चुनाव भी इसका जरिया बनेगा। वर्ष 2014 में अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद शाह ने ही सदस्यता अभियान में 11 करोड़ सदस्यों के साथ भाजपा को विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनाया था। अब उनके ही काल में इसे 13 करोड़ के पार ले जाने का लक्ष्य तय हो गया है।
कुछ दिन पहले भाजपा ने महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड की कोर कमेटी के साथ विधानसभा चुनाव का खाका तैयार किया था। गुरुवार को संगठन विस्तार और चुनाव पर व्यापक चर्चा की और प्रोत्साहित किया कि नए-नए क्षेत्रों और वर्गो में भाजपा का विस्तार करें। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सदस्यता अभियान की कमान भी सौंप दी गई है। उनके साथ दुष्यंत गौतम, सुरेश पुजारी, अरुण चतुर्वेदी और शोभा सुरेंद्रन को सह संयोजक बनाया गया है।केरल, आंध्र और तमिलनाडु में बहुत काम करने की जरूरत : शाह
जाहिर है कि शाह ने पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के सामने महत्वाकांक्षी लक्ष्य रख दिया है। शाह ने बताया कि पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में पार्टी ने अपनी स्थिति मजबूत की है लेकिन केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में बहुत काम करने की जरूरत है। हमें हर किसी तक पहुंचना होगा। संगठन चुनाव भी इसका जरिया बनेगा। वर्ष 2014 में अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद शाह ने ही सदस्यता अभियान में 11 करोड़ सदस्यों के साथ भाजपा को विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनाया था। अब उनके ही काल में इसे 13 करोड़ के पार ले जाने का लक्ष्य तय हो गया है।