Bihar Politics: नीतीश पर संजय राउत का बड़ा दावा, कांग्रेस के 'गिरगिट' वाले बयान पर जेडीयू ने पटना टू मुंबई तक की दिला दी याद
Bihar Politics नीतीश ने बीते दिन भाजपा के साथ बिहार में नई सरकार का गठन किया इसके बाद से इंडी गठबंधन के नेता लगातार जेडीयू प्रमुख पर कटाक्ष कर रहे हैं। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने नीतीश को लेकर बड़ा बयान दिया है। राउत ने बिहार के मुख्यमंत्री के एनडीए में शामिल होने पर कहा कि नीतीश को भूलने की बीमारी हो गई है।
एजेंसी, नई दिल्ली। Bihar Politics नीतीश कुमार के इंडी गठबंधन का साथ छोड़ने के बाद पूरा विपक्ष उन पर हमलावर है। नीतीश ने बीते दिन भाजपा के साथ बिहार में नई सरकार का गठन किया, इसके बाद से इंडी गठबंधन के नेता लगातार जेडीयू प्रमुख पर कटाक्ष कर रहे हैं।
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने नीतीश को लेकर बड़ा बयान दिया है।
नीतीश को हो गई है बीमारी
राउत ने बिहार के मुख्यमंत्री के एनडीए में शामिल होने पर कहा कि नीतीश को भूलने की बीमारी हो गई है। एक बार जब वह दवा ले लेंगे, तो उन्हें एहसास होगा कि वह भाजपा में शामिल हो गए हैं और वापस आ जाएंगे।#WATCH | On Bihar Chief Minister Nitish Kumar joining the NDA, Shiv Sena (UBT faction) MP Sanjay Raut says, "...He seems to have developed amnesia. Once he takes the medicine, he will realise that he has joined the BJP and will return to the INDIA (alliance). This disease is very… pic.twitter.com/lyXny4BWCI
— ANI (@ANI) January 29, 2024
नीतीश के जाने से नहीं पड़ेगा कोई फर्क
राउत ने कहा कि नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी से विपक्षी इंडी गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा और दावा किया कि कांग्रेस नीतीश कुमार को संयोजक नियुक्त करने के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि अब बिहार में राजद को ज्यादा वोट मिलेंगे और नीतीश को लोग सबक सिखाएंगे।
जेडीयू ने कांग्रेस को बताया 'अछूत' पार्टी
दूसरी ओर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नीतीश कुमार के गठबंधन से बाहर निकलने को 'पूर्व नियोजित' बताने पर केसी त्यागी ने पलटवार किया है। जेडीयू नेता ने कहा कि अगर यह पूर्व नियोजित था, तो हमने इंडी गठबंधन की पहली बैठक पटना में क्यों आयोजित की? उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस जैसी 'अछूत' पार्टी के साथ ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव को क्यों लेकर आए?केसी त्यागी ने बताया कि नीतीश का जाता तब तय हुआ तब दिल्ली में ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खरगे को गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा पीएम पद को हथियाना चाहती थी।