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अल्पसंख्यक मतदाताओं पर भाजपा का हमेशा रहता है फोकस, मगर हमने तुष्टिकरण नहीं किया; चुनाव रिजल्ट पर बोले हिमंत बिस्वा सरमा

असम की पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन को सफलता मिली है। चुनाव परिणाम के एक दिन बाद असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने चुनाव परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सामगुरी में मिली जीत अलग है। यहां 65 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। भाजपा का हमेशा अल्पसंख्यक मतदाताओं पर फोकस रहा है। मगर हमने कभी तुष्टिकरण नहीं किया है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 25 Nov 2024 12:11 AM (IST)
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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा। ( फाइल फोटो)
पीटीआई, गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि भाजपा का ध्यान हमेशा अल्पसंख्यक मतदाताओं पर रहा है। मगर हमने उनका तुष्टिकरण नहीं किया है। सभी के साथ समान व्यवहार की हमारी नीति है। जून में करीमगंज लोकसभा सीट और हाल ही में सामगुरी विधानसभा सीट पर मिली जीत में भी इसकी झलक दिखती है। सबका साथ-सबका विकास की नीति के तहत भाजपा ने करीमगंज लोकसभा सीट और सामगुरी विधानसभा क्षेत्र में जीत हासिल की है। जबकि दोनों जगहों पर लगभग 65 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं।

इन सीटों पर भाजपा की निगाहें

एक संवाददाता सम्मेलन में हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि भाजपा ने 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए अल्पसंख्यक बहुल सीटों के लिए अपना रोडमैप तैयार कर लिया है। पार्टी ने अभी पांच-छह निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान की है। अगले चुनाव में लाहौरीघाट, उत्तर और दक्षिण करीमगंज, सामगुरी और रूपोही सीटों पर नजर रहेगी। भाजपा जीतेगी या नहीं, यह मैं नहीं कह सकता। मगर हम अच्छी टक्कर देंगे।

अजमल की पार्टी के नहीं लड़ने का मिला फायदा

हिमंत सरमा ने दावा किया कि बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाली AIUDF ने इस बार सामगुरी में उपचुनाव नहीं लड़ा। इसका फायदा सीधे भाजपा को हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर AIUDF ने यहां अपना उम्मीदवार खड़ा करता तो भाजपा के वोट कटते। उपचुनाव में सभी पांच विधानसभा सीटों पर भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन की जीत को सरमा ने अभूतपूर्व बताया।

25 साल बाद सामगुरी में हारी कांग्रेस

सीएम सरमा ने कहा कि आम तौर पर आम चुनाव से पहले उपचुनाव सत्तारूढ़ पार्टी के लिए अनिश्चितता भरे होते हैं। मगर हम लोगों के अपार समर्थन के लिए उनके आभारी हैं। हमें चार सीटें जीतने का भरोसा था। मगर 25 साल बाद कांग्रेस के चंगुल से सामगुरी को छुड़ाने की बात ही अलग है।

कांग्रेस पर साधा निशाना

सरमा ने कहा कि भाजपा अपने सहयोगियों के प्रति प्रतिबद्ध है। उपचुनाव में भाजपा ने बोंगाईगांव और सिदली सीट एजीपी और यूपीपीएल को दी। मगर कांग्रेस ने सीपीआई (एमएल) लिबरेशन से बेहाली सीट छीन ली। सीएम ने कहा कि चुनाव जीतने वाले सभी विधायक किसी भी राजनीतिक परिवार से नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे आदर्श नरेंद्र मोदी, अटल बिहारी वाजपेयी हैं। इनका कोई राज परिवार नहीं है। कांग्रेस के लिए उनके आदर्श राज परिवार वाले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हैं।

हमारा ध्यान हमेशा अल्पसंख्यक मतदाताओं पर रहा है। मगर हमने किसी का तुष्टिकरण नहीं किया। सभी को न्याय हमारा सिद्धांत हैं। इसकी झलक हमारे सबका साथ-सबका विकास के नारे में भी दिखती है। हिमंत बिस्वा सरमा, मुख्यमंत्री असम।

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