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Assembly Election 2023: भाजपा ने तीनों राज्यों के लिए तय किए पर्यवेक्षक, नवनिर्वाचित विधायकों में ही से चुने जाएंगे मुख्यमंत्री

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पार्टी महासचिव विनोद तावड़े और उपाध्यक्ष सरोज पांडेय को राजस्थान का हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के लक्ष्मण और सचिव आशा लकरा को मध्यप्रदेश तथा केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा व सर्बानंद सोनोवाल और महासचिव दुष्यंत गौतम को छत्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक बनाया गया है।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Fri, 08 Dec 2023 08:19 PM (IST)
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भाजपा ने तीनों राज्यों के लिए तय किए पर्यवेक्षक।
नीलू रंजन, नई दिल्ली। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक तय होने के साथ ही इन राज्यों में मुख्यमंत्रियों के चयन की प्रक्रिया तेज हो गई है। माना जा रहा है कि रविवार तक पर्यवेक्षक तीनों राज्यों में विधायकों के साथ बैठक कर सकते हैं और उसके बाद मुख्यमंत्रियों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। वैसे भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों ने साफ कर दिया कि जीते हुए विधायकों में से ही कोई मुख्यमंत्री बनेगा।

इन नेताओं को बनाया गया है पर्यवेक्षक

ध्यान देने की बात है कि तीनों राज्यों में चुनाव लड़ने वाले भाजपा सांसद अपनी संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी महासचिव विनोद तावड़े और उपाध्यक्ष सरोज पांडेय को राजस्थान का, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के लक्ष्मण और सचिव आशा लकरा को मध्यप्रदेश तथा केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा व सर्बानंद सोनोवाल और महासचिव दुष्यंत गौतम को छत्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक बनाया गया है।

नवनिर्वाचित विधायकों से राय लेंगे पर्यवेक्षक

माना जा रहा है कि ये पर्यवेक्षक शनिवार या रविवार को संबंधित राज्यों में जाकर नवनिर्वाचित विधायकों की राय लेंगे और उसके बाद सर्वसम्मति से तीनों राज्यों में नए मुख्यमंत्रियों का ऐलान किया जाएगा। पर्यवेक्षकों तय करने के पहले भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मुख्यमंत्रियों के चयन के लिए पार्टी के केंद्रीय वरिष्ठ नेताओं के साथ ही राज्य के नेताओं के साथ भी विस्तृत विचार विमर्श किया।

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तीनों राज्यों में नवनिर्वाचित विधायकों में से ही चुना जाएगा सीएम

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इन विचार-विमर्श से यह साफ हो गया है कि तीनों ही राज्यों में मुख्यमंत्री नवनिर्वाचित विधायकों में से ही चुना जाएगा। इससे मध्य प्रदेश में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजस्थान में गजेंद्र सिंह शेखावत, अश्विनी वैष्णव और अर्जुन मेघवाल का मुख्यमंत्रियों की दौड़ से बाहर माना जा रहा है। सूत्रों ने यह भी साफ कर दिया कि तीनों ही राज्यों का पुराना नेतृत्व इस दौड़ से बाहर है।

किसको मिलेगा मध्य प्रदेश का कमान?

 केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद नरेंद्र सिंह तोमर का नाम मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की दौड़ में पहले स्थान पर आ गया है। वहीं, ओबीसी मतदाताओं को साधने के लिए राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले प्रह्लाद पटेल को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।

राजस्थान में सीएम की रेस में दिया कुमारी आगे

इसी तरह से गुरुवार की शाम को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मुलाकात के बाद साफ हो गया कि वे राजस्थान के मुख्यमंत्री के दौड़ से बाहर है। इसके बाद महिला मुख्यमंत्री के रूप में दिया कुमारी, युवा और तेज तर्रार मुख्यमंत्री के रूप में राज्यवर्धन राठौर का नाम आगे आ गया है। वैसे राजस्थान में किसी डार्क हॉर्स के भी मुख्यमंत्री के रूप में सामने आने की चर्चा है, जबकि छत्तीसगढ़ में रेणुका सिंह, विष्णुदेव साई, अरुण साव और पूर्व नौकरशाह ओपी चौधरी के नामों की चर्चा है।

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