MP Politics: एमपी में भाजपा ने जावड़ेकर और पांडा को बनाया राज्यसभा चुनाव पर्यवेक्षक
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 19 जून को होने वाले मतदान को लेकर भारतीय जनता पार्टी बेहद गंभीर और सतर्क है।
By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Tue, 16 Jun 2020 08:32 PM (IST)
भोपाल, स्टेट ब्यूरो। मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 19 जून को होने वाले मतदान को लेकर भारतीय जनता पार्टी बेहद गंभीर और सतर्क है। पार्टी हाइकमान ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बीजे पांडा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दोनों पर्यवेक्षक बुधवार रात तक भोपाल पहुंच जाएंगे। इनके साथ मप्र के प्रभारी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे भी आएंगे। तीनों दिग्गज भाजपा विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे। विधायक दल की बैठक 18 जून को होने की संभावना है।
सिंधिया और सोलंकी भाजपा से राज्यसभा प्रत्याशी हैंगौरतलब है कि मप्र की तीन में से दो सीटों के लिए भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रो. सुमेर सिंह सोलंकी को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा के पास राज्यसभा की दोनों सीटें जीतने के लिए आवश्यक संख्या बल है, लेकिन पार्टी किसी भी तरह की चूक नहीं होने देना चाहती है। सिंधिया पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से गुना-शिवपुरी सीट से पराजित हो गए थे। इसके बाद उन्होंने 22 विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया।
भाजपा राज्यसभा की दोनों सीटें जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहतीभारतीय जनता पार्टी राज्यसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान से पहले विधायक दल की बैठक बुलाने की तैयारी कर रही है। संख्या बल के आधार पर भाजपा की दोनों सीटों पर जीत तय है, लेकिन पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। लिहाजा विधायकों की बैठक बुलाकर सभी को पाबंद कर देना चाहती है।
चुनाव में तोड़-फोड़ की संभावना को लेकर भाजपा सतर्क हैभाजपा नेताओं का मानना है कि उसके दोनों प्रत्याशियों की जीत के लिए आवश्यक 104 वोट मौजूद हैं। इसके बावजूद किसी तरह की तोड़-फोड़ की संभावना को लेकर पार्टी सतर्क है। एक सीट को जीतने के लिए 52 वोट की जरूरत है। इस हिसाब से कांग्रेस को तीसरी सीट मिलने की संभावना है।कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह और फूलसिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया
कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह और फूलसिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस के पास 92 विधायक हैं। इस नाते उन्हें दूसरी सीट जीतने के लिए कम से कम 12 विधायकों की जरूरत पड़ेगी, जो जुटा पाना मुश्किल है। इधर निर्दलीय और सपा बसपा विधायकों ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। बसपा विधायक संजीव कुशवाह और सपा विधायक राजेश शुक्ला ने कुछ दिन पहले यह जरूर कहा कि उनकी पार्टी जो निर्णय करेगी, वे उसे ही अपना वोट देंगे। पार्टी के पयवेक्षक निर्दलीय और अन्य विधायकों से बातचीत भी कर सकते हैं। कांग्रेस ने भी मतदान से पहले विधायक दल की बैठक बुलाई है। पार्टी एक सीट जीतने की स्थिति में है, लेकिन उसने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और वरिष्ठ नेता फुलसिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया है।