मल्लिकार्जुन खरगे के विवादित बयान पर भाजपा ने उन पर हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मल्लिकार्जुन खरगे से माफी की मांग की है। हालांकि मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Tue, 20 Dec 2022 12:02 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के विवादित बयान पर राजनीति तेज हो गई है। मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर भाजपा ने उन पर निशाना साधा है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मल्लिकार्जुन खरगे से माफी की मांग की। उन्होंने कहा कि कल अलवर में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अभद्र भाषण दिया था, मैं उनसे माफी की मांग करता हूं।
माफी मांगे मल्लिकार्जुन खरगे- पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा में कहा कि जिस भाषा का प्रयोग किया गया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने जिस तरह से अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, निराधार बातें कही और देश के सामने झूठ पेश करने की कोशिश की, मैं उसकी निंदा करता हूं। मैं उनसे माफी की मांग करता हूं।
'देश की जनता से मल्लिकार्जुन खरगे मांगे माफी'
पीयूष गोयल ने आगे कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे को भाजपा, संसद और इस देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनाई है। खरगे में हमें उनकी मानसिकता और ईर्ष्या की झलक दी है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए। खरगे इसका जीता जागता उदाहरण हैं और देश को दिखा रहे हैं कि गांधी ने जो कहा वह सच था और वह एक ऐसे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं जो बोलना नहीं जानते। जब तक वह माफी नहीं मांगते, उन्हें यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में दिया जवाब
वहीं, मल्लिकार्जुन खरगे ने पीयूष गोयल के बयान पर राज्यसभा में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैंने राजस्थान के अलवर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जो कहा वह सदन के बाहर था। मैंने जो कहा वह राजनीतिक रूप से सदन के बाहर था भीतर नहीं। उस पर यहां चर्चा करने की जरूरत नहीं है। मैं अभी भी कह सकता हूं कि स्वतंत्रता संग्राम में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।
अपनी जिम्मेदारियों को समझें खरगे- किरेन रिजिजू
साथ ही केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इतना नीचे गिर सकते हैं और इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी कर सकते हैं। उन्हें एक राजनीतिक दल के नेता के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए। हम दुश्मन नहीं, प्रतिद्वंदी हैं। उनका बयान दुर्भाग्यपूर्ण और अनावश्यक है।
प्रह्लाद जोशी ने की बयान की निंदा
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा कि खरेग द्वारा कल राजस्थान में दिए गए बयान की हम कड़ी निंदा करते हैं। यह एक इटालियन कांग्रेस है जो आज चल रही है। कहा जा रहा है कि वे रबर स्टांप अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि इनकी मानसिकता ही ऐसी है। इस तरह की बातें उन्होंने वीर सावरकर और स्मृति ईरानी के लिए भी कही हैं, मैंने सोचा था कि मल्लिकार्जुन खरगे में कुछ कॉमन सेंस है, लेकिन आज साबित हो गया कि उनके पास यह नहीं है।
कांग्रेस इतना गिर जाएगी, किसी ने नहीं सोचा- अश्विनी कुमार
मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि कांग्रेस इतने निचले स्तर पर गिर जाएगी ये किसी ने नहीं सोचा था। आजादी की लड़ाई में पूरा देश बलिदान देने के लिए तैयार था। वे लोग किसी दल के रूप में काम नहीं कर रहे थे।
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