गुजरात में भाजपा लगातार सातवीं बार बनाने जा रही है सरकार; हिमाचल में बरकार रही बदलाव की परंपरा
गुजरात की परंपरा बदली और न हिमाचल प्रदेश की। गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा कीर्तिमान बनाते हुए कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी पर प्रचंड जीत दर्ज की है और लगातार सातवीं बार सरकार बनाने जा रही है। फोटो- एएनआइ।
By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 08 Dec 2022 10:56 PM (IST)
अरविंद शर्मा, नई दिल्ली। गुजरात की परंपरा बदली और न हिमाचल प्रदेश की। गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा कीर्तिमान बनाते हुए कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी पर प्रचंड जीत दर्ज की है और लगातार सातवीं बार सरकार बनाने जा रही है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में प्रत्येक पांच वर्ष में सरकार बदलने की परंपरा चली आ रही है, जो इस बार भी बरकरार रही। भाजपा के हाथ से सत्ता फिसल कर कांग्रेस के कब्जे में चली गई। गुजरात में करारी हार से हैरान कांग्रेस हिमाचल के परिणाम से थोड़ी राहत महसूस कर सकती है, जहां पांच वर्ष बाद उसकी फिर सरकार बनने जा रही है।
भाजपा ने 156 सीटों पर दर्ज की जीत
अगले साल सात राज्यों में विधानसभा चुनाव है और 2024 में लोकसभा चुनाव। ऐसे में गुजरात में अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल करते हुए भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भी संकेत दे दिया है। विधानसभा की कुल 182 सीटों में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 92 का आंकड़ा चाहिए। भाजपा को 156 पर जीत मिली है जो लक्ष्य से भी बड़ी है। भाजपा ने 150 सीट जीतने का लक्ष्य रखा था। कांग्रेस 17 पर सिमट गई है। इतनी कम सीटें कांग्रेस को पहले कभी नहीं मिली थी। 1990 के विधानसभा चुनाव में उसे 33 सीटें मिली थीं, जो अबतक का सबसे न्यूनतम था। इस बार यह आंकड़ा और सिमट गया है।
2020 में आई थी 127 सीटें
भाजपा को सबसे बड़ी जीत दो दशक पहले 2002 के चुनाव में मिली थी, जब उसे 127 सीटें मिली थीं। उस वक्त राज्य की कमान नरेन्द्र मोदी के हाथ में थी। 1985 के विधानसभा चुनाव में माधव सिंह सोलंकी के नेतृत्व में कांग्रेस को गुजरात में 149 सीटों पर जीत मिली थीं। इस बार भाजपा ने कांग्रेस के उस रिकार्ड को भी पार कर लिया है। भाजपा की इस प्रचंड जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात की जनशक्ति को नमन किया है।भाजपा ने बढ़ाया अपना वोट प्रतिशत
गुजरात की यह जीत इस लिहाज से भी अहम है त्रिकोणीय हुए चुनाव में भाजपा ने अपना वोट फीसद भी बढ़ा लिया। पार्टी की ओर से हर चुनाव में 50 फीसद वोट जीतने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। गुजरात ने इसकी शुरूआत कर दी है। अगर ऐसा होता है कि भविष्य में विपक्षी एकजुटता के बावजूद भाजपा को पराजित करना असंभव होगा।
आप को मिली राष्ट्रीय पार्टी की सूची में शामिल होने की दक्षता
चुनावी सभाओं में गुजरात में सरकार बनाने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी को भी निराशा हाथ लगी है। उसे सिर्फ पांच सीटें एवं 12.9 प्रतिशत वोट से ही संतोष करना पड़ा है, लेकिन उसे इतने से सुकून मिल सकता है कि राष्ट्रीय पार्टी की सूची में शामिल होने की दक्षता मिल गई है। हिमाचल प्रदेश की लड़ाई बहुत कठिन रही। एक फीसद से भी कम वोटों के अंतर से कांग्रेस को कुल 68 सीटों में 40 सीटें मिलीं जबकि भाजपा को सिर्फ 25 सीटों पर जीत मिली। इस चुनाव में भाजपा को बगावत, भितरघात से जूझना पड़ा। जबकि कांग्रेस ने पुरानी पेंशन स्कीम का मुद्दा जोर शोर से उछाला था। माना जा रहा है कि कांग्रेस की जीत मे इसका बड़ा हाथ है।गुजरात में भाजपा और कांग्रेस का चुनाव दर चुनाव हाल-वर्ष - भाजपा - कांग्रेस - अन्य2022--156--17--092017--99--77--062012--115--61--062007--117--59--062002--127--51--041998--117--53--121995-121--45--161990--67--33--11 (जद-70)हिमाचल में कांग्रेस और भाजपा के बीच ऐसे बदलती रही सत्ता--
वर्ष - भाजपा - कांग्रेस - अन्य2022--25--40--032017--44--21--032012--26--36--062007--41--23--042003--16--43--091998--31--31--061993--08--52--081990--46--09--13