भाजपा ने लोकसभा सदस्यों को 22 मार्च के लिए किया व्हिप जारी, महत्वपूर्ण विधेयकों पर होगी चर्चा
भाजपा ने अपने लोकसभा सदस्यों को 22 मार्च को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है। सरकार बुनियादी ढांचा फंडिंग के लिए नया बैंक गठित करने से संबंधित विधेयक ला सकती है। इसके अलावा दो और विधेयक लाने की तैयारी की जा रही है।
By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Sat, 20 Mar 2021 08:37 PM (IST)
नई दिल्ली, आइएएनएस। भाजपा ने अपने लोकसभा सदस्यों को 22 मार्च को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है। सूत्रों ने कहा कि सरकार इस दिन बुनियादी ढांचा फंडिंग के लिए नया बैंक गठित करने से संबंधित विधेयक ला सकती है। इसके अलावा दो और विधेयक लाने की तैयारी की जा रही है।
22 मार्च को कुछ महत्वपूर्ण विधेयक लोकसभा में चर्चा और पारित करने के लिए लाए जाएंगेमुख्य सचेतक राकेश सिंह द्वारा जारी तीन पंक्तियों के व्हिप में कहा गया है, '22 मार्च को कुछ महत्वपूर्ण विधायी कार्य लोकसभा में चर्चा और पारित करने के लिए लाए जाएंगे। इस स्थिति में लोकसभा में पार्टी के सभी सदस्यों से सरकार के पक्ष में मतदान करने का अनुरोध है। सदन में इस दिन उनकी उपस्थिति अनिवार्य है।'
अगले लोकसभा चुनाव से संभव होगी रिमोट वोटिंगमुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरो़़डा ने शनिवार को उम्मीद जताई कि रिमोट वोटिंग की अवधारणा 2024 के लोकसभा चुनावों से संभव हो सकेगी। इसका पायलट प्रोजेक्ट अगले दो--तीन महीनों में शुरू हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रोजेक्ट का मकसद न तो इंटरनेट आधारित वोटिंग है और न ही इसका मतलब घर बैठे वोटिंग की सुविधा है।
आयोग के लिए वोटिंग में पारदर्शिता और गोपनीयता हमेशा ही सर्वोच्च रहीएक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीईसी ने बताया कि चुनाव आयोग ने इस साल की शुरुआत में रिमोट वोटिंग के लिए एक शोध परियोजना शुरू की थी। इसके लिए आइआइटी मद्रास, प्रख्यात तकनीकी विशेषषज्ञों और अन्य अग्रणी संस्थानों से परामर्श किया गया। पिछले कुछ महीनों से एक समर्पित टीम इस परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए कठिन परिश्रम कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आयोग के लिए वोटिंग में पारदर्शिता और गोपनीयता हमेशा ही सर्वोच्च रही है। लिहाजा विभिन्न विकल्पों पर समुचित विचार-विमर्श के बाद आयोग जल्द ही ऐसी वोटिंग के अंतिम माडल को मूर्त रूप देगा। इससे प्रक्रिया में कुछ बदलाव भी आएगा इसलिए राजनीतिक दलों और अन्य पक्षों से इस बारे में विस्तृत विचार-विमर्श किया जाएगा। ब्लाकचेन तकनीक पर आधारित इस परियोजना के बारे में पूर्व वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने साफ किया कि इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए वोटरों को पूर्व निर्धारित समयावधि के दौरान निर्दिष्ट स्थान पर पहुंचना होगा।