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राहुल गांधी के बयान पर संसद में घमासान, जयशंकर ने गिनाई कांग्रेस 5 गलतियां; आठवले ने कविता लिखकर कसा तंज

किरण रिजिजू ने कहा कि हमने 2004 से राहुल गांधी को देखा है। किसी पद पर नहीं थे तो व्यवहार में हल्कापन था। नाटकीय व्यवहार दिखता था। अब वह नेता विपक्ष हैं तो हम उम्मीद कर रहे थे कि उनके व्यवहार में सकारात्मक बदलाव आएगा लेकिन आज जिस तरह से उन्होंने बात कहना शुरू किया तो स्पीकर को कहना पड़ा कि बार-बार स्पीकर की तरफ पीठ न करें।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Mon, 01 Jul 2024 10:14 PM (IST)
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भाजपा ने राहुल गांधी पर हिंदुओं का अपमान करने का आरोप लगाया। (File Photo)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। हिंदुओं को हिंसक बताने के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान ने राजनीतिक पारा चढ़ा दिया है। संसद में कांग्रेस नेता द्वारा दिए गए इस बयान पर बिफरी भाजपा ने गंभीर आरोप लगाया कि राहुल ने आज संपूर्ण हिंदू समाज को हिंसक बताया है और यह कांग्रेस की पुरानी पद्धति रही है।

राहुल गांधी पर भाजपा का तंज

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, किरण रिजिजू और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल पर झूठे बयान और अमर्यादित आचरण से नेता प्रतिपक्ष के पद की गरिमा गिराने का आरोप लगाया। साथ ही तंज भी कसा कि अध्यक्ष पीठ से कही गई बात राहुल को समझ में नहीं आती, भला नए चुनकर आए सांसद उनसे क्या सीखेंगे?

नड्डा ने कहा- माफी मांगे राहुल

लोकसभा में राहुल गांधी के बयान और व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हिंदुओं को हिंसक बताने पर राहुल को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। यह वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने विदेशी राजदूतों के सामने हिंदुओं को आतंकवादी कहा था। नड्डा ने कहा कि पांच बार के सांसद राहुल संसदीय नियम और मर्यादा नहीं सीख पाए हैं। बहस की गरिमा को बहुत नीचे गिरा दिया है।

कांग्रेस की लगातार तीसरी हार

अध्यक्ष पीठ के प्रति उनका व्यवहार बहुत आपत्तिजनक था। राहुल के बयानों को झूठ और हिंदुओं के प्रति नफरत से भरा बताते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वह लगातार तीसरी हार और 2024 में मिले जनादेश को समझ नहीं पाए हैं। 60 वर्षों में पहली बार हुआ है, जब जनता ने किसी विपक्षी दल को लगातार तीसरी बार खारिज किया हो।

अग्निवीर और अयोध्या पर बयान

पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमेशा सत्ता का सुख भोगते राहुल गांधी ने पहली बार कोई जिम्मेदारी संभाली है। इसके बावजूद आज उन्होंने अति गैर जिम्मेदाराना बयान दिए हैं। अग्निवीर और अयोध्या में मुआवजा को लेकर दिए बयान को झूठा बताते हुए उन्होंने कहा कि सबसे अधिक आपत्तिजनक और गंभीर विषय है संपूर्ण हिंदू समाज को हिंसक व असत्यवादी कहना।

अश्विनी वैष्णव का कांग्रेस पर हमला

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। यह कांग्रेस की पुरानी पद्धति है। 2010 में तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने हिंदुओं को आतंकवादी कहा था। 2013 में तत्कालीन गृह मंत्री सुशील शिंदे ने भी हिंदुओं को आतंकवादी कहा था। 2021 में राहुल गांधी ने कहा था कि हिंदुत्ववादियों को देश से बाहर निकाल देना चाहिए।

त्रिवेदी बोले- नफरत कांग्रेस की फितरत

सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने भी याद दिलाया कि तत्कालीन गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने 2013 में जयपुर में कहा था कि भाजपा और आरएसएस की तरफ से हिंसक गतिविधियों के लिए कैंप चलाए जा रहे हैं। फिर सदन में इस पर माफी मांगी थी। सुशील शिंदे से सीखकर राहुल को भी माफी मांग लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल ने जो बोला है, वह संपूर्ण कांग्रेस की फितरत बन चुकी है।

जयशंकर ने याद दिलाई कांग्रेस की गलतियां

विदेशमंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी के बयान पर कांग्रेस को पुरानी बातें याद दिलाते हुए कहा कि ये अब विपक्ष के नेता हैं। जो सभी से भाईचारे की बात करते हुए हिंदुओं पर हमला करते हैं। जो भारतीय सेना की बहादुरी का अपमान करते हैं, जबकि उनके कल्याण के लिए चिंता व्यक्त करते हैं। जो संविधान के सम्मान का उपदेश देते हुए कैबिनेट के फैसलों को फाड़ देते हैं। कांग्रेस पार्टी की राजनीति में आपका स्वागत है।

रामदास आठवले का राहुल पर तंज

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल जी का नहीं चला खेल, बोले बात बिलकुल बेमेल। सोचा करेंगे संसद में खेल, लेकिन NDA ने कर दिया फेल। बोलिये राहुल जी: आल इज़ वेल, आल इज वेल।

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