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TMC के विरोध प्रदर्शन को लेकर BJP सांसद का कटाक्ष, कहा- अपने लोग लाकर दिल्ली में सर्कस शुरू कर दिया...

लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार को घेरने के लिए ममता बनर्जी की पार्टी ने दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। दरअसल इस बार वे लोग मनरेगा के पैसों को लेकर अपना प्रदर्शन करेंगे। इसको लेकर भाजपा ने टीएमसी पर तंज कसा है। बंगाल की भाजपा सांसद कहा कि वो बंगाल में महिलाओं और युवाओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर तो कुछ नहीं करती है।

By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Mon, 02 Oct 2023 01:44 PM (IST)
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टीएमसी के मनरेगा फंड के विरोध प्रदर्शन को लेकर भाजपा का तंज

एजेंसी, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार को घेरने के लिए ममता बनर्जी की पार्टी ने दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। दरअसल, इस बार वे लोग मनरेगा के पैसों को लेकर अपना प्रदर्शन करेंगे। दरअसल, टीएमसी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में 3 अक्टूबर को जंतर-मंतर पर इकट्ठा होकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

इसको लेकर भाजपा ने टीएमसी पर तंज कसा है। बंगाल की भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि वो बंगाल में महिलाओं और युवाओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर तो कुछ नहीं करती है और अब दिल्ली में सर्कस करने के लिए पहुंच गई है।

दिल्ली में शुरू किया सर्कस

भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा, "मुझे आश्चर्य है कि वे बंगाल में कोई प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, जहां महिलाओं के साथ इतने अत्याचार हो रहे हैं। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है, वे इसके खिलाफ प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। अब ये लोग इतने सारे लोगों को लेकर आए हैं और दिल्ली में सर्कस शुरू कर दिया है। दिल्ली में क्या है?... यह पैसा (MGNREGA पश्चिम बंगाल फंड) केंद्र सरकार के पास नहीं है। यह टीएमसी के पंचायत प्रमुख और पंचायत उप प्रमुख, विधायकों, मंत्रियों और अन्य लोगों के घरों और फ्लैटों में है। ये तो हर कोई जानता है।"

— ANI (@ANI) October 2, 2023

सुकांत मजूमदार ने पेश की डेटा रिपोर्ट

भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने भी टीएमसी की खामियों को गिनाते हुए मीडिया के सामने एक रिपोर्ट पेश किया। मीडिया ने उनसे ऑडिट को लेकर सवाल किया। इसका जवाब देते हुए सुकांत मजूमदार ने कहा, "जैसा कि आपने कहा कि कोई ऑडिट नहीं है। मैं आपको कुछ डेटा देता हूं, जिससे आप समझ जाएंगे कि टीएमसी MGNREGA फंड को लेकर परेशान क्यों है। जैसा कि आप जानते हैं कि 15वें वित्त आयोग का पैसा राज्यों को दे दिया गया है। ये पूरी फंडिंग केंद्र सरकार द्वारा की जाती है और इसके साथ ही सभी राज्यों का ढांचागत विकास होता है।"

उन्होंने कहा, "आइए पश्चिम बंगाल का 2020-21 का लेखा-जोखा देखें, केंद्र सरकार द्वारा 2,480 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे, केवल 441 करोड़ रुपये का उपयोग राज्य सरकार द्वारा किया गया है, बाकी पैसे कहां है और किसके लिए इस्तेमाल हुआ, इसकी कोई जानकारी नहीं है।"

पोषण ट्रैकर के लिए आवंटित करना था मोबाइल फोन

इसके बाद 'पोषण ट्रैकर' को लेकर सुकांत मजूमदार ने कहा, "स्मृति ईरानी के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का आदेश है कि प्रत्येक ICDS महिला को 'पोषण ट्रैकर' के लिए एक मोबाइल दिया जाए। दो साल पहले आठ हजार रुपये देने की बात हुई थी, जो अब बढ़ाकर 10 हजार रुपये कर दिए गए हैं। आप वहां जाकर किसी भी ICDS के कर्मचारी से पूछ लीजिए क्या उन्हें मोबाइल फोन मिला है। इसके तो पैसे भी दे दिए गए हैं, फिर भी आज किसी भी ICDS कर्मचारी को मोबाइल फोन नहीं मिला। "

दिल्ली में टीएमसी नेताओं की बैठक

1 अक्टूबर को टीएमसी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली में पार्टी सांसद सौगत राय के आवास पर बैठक की। यहां पर विरोध प्रदर्शन से जुड़ी योजनाएं बनाई गई थी। इस बैठक में टीएमसी महासचिव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, पार्टी नेता बाबुल सुप्रियो, सुदीप बंद्योपाध्याय, चंद्रिमा भट्टाचार्य, डोला सेन और अन्य नेता शामिल हुए थे।

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अभिषेक बनर्जी ने दी चुनौती

मालूम हो कि शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने अभिषेक बनर्जी को तीन अक्टूबर को ही पेश होने के लिए कहा था। इस बात की जानकारी बनर्जी ने खुद दी थी। हालांकि, अब उन्होंने कहा कि मैं धरना प्रदर्शन में शामिल होने वाला हूं, जो रोक सकता है रोक लें। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि मैं किसी जांच एजेंसी को चुनौती नहीं दे रहा, लेकिन मुझे जो कहना था, मैंने वो कह दिया है। 

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