Haryana Election Results 2024: संघ का मिला साथ, बन गई बात; हरियाणा चुनाव परिणाम में दिखा BJP-RSS का समन्वय
उम्मीदवारों के चयन चुनाव प्रचार से लेकर मतदान केंद्र तक भाजपा और आरएसएस का समन्वय दिखा। भाजपा और आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं की 29 जुलाई को ही समन्वय बैठक हो गई थी जिसमें चुनाव की रणनीति पर फैसला किया गया था। इसके अलावा चुनाव प्रचार के बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी तीन तक हरियाणा में रहे और इसका स्वयंसेवकों के बीच सकारात्मक संकेत गया।
नीलू रंजन, जागरण। नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में आरएसएस का सक्रिय सहयोग भाजपा की बड़ी जीत में अहम माना जा रहा है। चार महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने के बाद भाजपा ने आरएसएस के साथ पूरी तरह से तालमेल के साथ हरियाणा विधानसभा चुनाव में उतरने का फैसला किया और इसके परिणाम भी देखने को मिले।
रणनीति पर विस्तार से चर्चा
ध्यान देने की बात है कि चार महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भाजपा की सीटें आधी रह गई थी और इसे विधानसभा चुनाव के लिए अच्छे संकेत रूप में नहीं देखा जा रहा था। 29 जुलाई को दिल्ली में हुई आरएसएस और भाजपा की समन्वय बैठक में उम्मीदवारों के चयन, जनसंपर्क के तरीके से लेकर मतदान केंद्रों तक समर्थक मतदाताओं को लाने तक की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई थी।
आरएसएस की बैठक
बैठक में आरएसएस की ओर से सहकार्यवाहक अरुण कुमार, उत्तर क्षेत्र के संचालक, हरियाणा प्रदेश के प्रांत संचालक और प्रांत प्रचारक के साथ अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे। वहीं भाजपा की ओर से राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ,हरियाणा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह प्रभारी विप्लव देव, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बाडोली और संगठन महामंत्री फणीन्द्र नाथ शर्मा थे।बेहतर समन्वय की रणनीति
अरुण कुमार के पास आरएसएस और भाजपा के बीच समन्वय की भी जिम्मेदारी है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार 31 अगस्त से दो सितंबर तक केरल के पलक्कड़ में हुई समन्वय बैठक में भी आरएसएस और उसके आनुसंगिक संगठनों के बीच बेहतर समन्वय की रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई थी।