Pegasus Issue: पेगासस मुद्दे पर भाजपा का कांग्रेस पर पलटवार, कहा- क्या राहुल गांधी और उनकी पार्टी मांगेगी माफी
रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि विपक्षी दलों तथाकथित बुद्धिजीवियों कुछ गैर सरकारी संगठनों और मीडिया के एक वर्ग ने सरकार के खिलाफ लगातार अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि क्या राहुल गांधी और कांग्रेस माफी मांगेंगे।
नई दिल्ली, एजेंसी। Pegasus Issue: पेगासस मामले पर भाजपा ने गुरुवार को कांग्रेस पर पलटवार किया है। भाजपा ने दावा किया कि पेगासस मुद्दे पर सरकार पर विपक्ष का हमला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कमजोर करने के उद्देश्य से एक 'प्रेरित अभियान' का हिस्सा था। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि क्या राहुल गांधी और कांग्रेस इस मुद्दे पर माफी मांगेंगे?
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त पैनल ने पेगासस के अनधिकृत उपयोग की जांच की है। हाई-प्रोफाइल तकनीकी समिति, जिसमें प्रख्यात प्रौद्योगिकी के लोग शामिल थे। उन्होंने जांच के लिए जमा किए गए 29 मोबाइलों में से किसी में भी पेगासस वायरस नहीं पाया।
The high-profile technical committee consisting of eminent people of technology has not found any Pegasus virus in any of the 29 mobiles submitted for the examination.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि पेगासस लोकतंत्र को कुचलने का एक प्रयास है। यह देश और देश की संस्थाओं पर हमला है। साथ ही रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि विपक्षी दलों, तथाकथित बुद्धिजीवियों, कुछ गैर सरकारी संगठनों और मीडिया के एक वर्ग ने सरकार के खिलाफ लगातार अभियान चलाया था।
कांग्रेस हमेशा लेती है झूठ का सहारा: भाजपा
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी और भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस की इतनी दुश्मनी है कि वह पार्टी का विस्तार करने के लिए झूठ का सहारा लेती है लेकिन अपने झूठ के उजागर होने के बाद वह शांत जाती है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने राफेल विमान खरीद और सेंट्रल विस्टा परियोजना के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ कांग्रेस के अभियान का हवाला दिया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उनमें कोई अनियमितता नहीं पाई।
विपक्षी नेताओं ने पीएम पर लगाए थे देशद्रोह जैसे आरोप: रविशंकर
उन्होंने कहा कि क्या राहुल गांधी और कांग्रेस माफी मांगेंगे। यह देखते हुए कि विपक्षी नेता ने पेगासस का उपयोग करके अपने सहयोगियों और विपक्षी नेताओं की कथित निगरानी के लिए प्रधानमंत्री के खिलाफ देशद्रोह जैसे आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया गया और इस मुद्दे पर संसदीय कार्यवाही बाधित हुई थी।