तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए बयान को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के प्रमुख नेता वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस सर्व धर्म समभाव में विश्वास करती है लेकिन कांग्रेस पार्टी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का भी सम्मान करती है। हम पूछना चाहते हैं कि क्या सनातन धर्म को गाली देना कांग्रेस और घमण्डिया गठबंधन की नीति है?
By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 04 Sep 2023 04:22 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। तमिलनाडु के खेल और युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के सनातन धर्म (Sanatan Dharma) पर दिए बयान को लेकर भाजपा ने विपक्ष पर हमला बोला है। भाजपा ने कहा कि घमण्डिया गठबंधन के नेताओं में भारत की सभ्यता, मूल आस्था और सनातन धर्म को गाली देने, कोसने और अपमानित करने की एक प्रतियोगिता सी शुरू हो गई है।
'घमंडिया बैठक में तय हुई सनातन धर्म को नीचा दिखाने की नीति'
केंद्रीय मंत्री
धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने कहा कि तीन दिन पहले यह घटना हुई। यह अनायास या अचानक नहीं हुई है। एक सेमिनार में
उदयनिधि स्टालिन ने ऐसा बोला है। उससे पहले घमण्डिया गठबंधन की बैठक हुई, जिसमें वो संयोजक और नेता तय नहीं कर पाए, लेकिन 'सनातन धर्म' को नीचा दिखाने की नीति तय कर ली।
'सभी मत सनातन के अंश हैं'
धर्मेंद्र प्रधान ने भारत में जन्म लेने वाले सभी पंथ-सम्प्रदाय, सभी उपासना पद्धति और सभी मत सनातन के अंश हैं। उन्होंने कहा,
कभी उदयनिधि, कभी कार्ति चिदंबरम, कभी प्रियंका खड़गे, कभी बिहार के शिक्षा मंत्री, कभी अखिलेश यादव के प्रमुख नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और कभी केजरीवाल के नेता गौतम, ये सब एक योजना के तहत अलग-अलग समय पर इस काम में लग गए हैं। अभी-अभी कांग्रेस के प्रमुख नेता वेणुगोपाल ने तो सारी हदों को पार कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सर्व धर्म सम भाव में विश्वास करती है, लेकिन कांग्रेस पार्टी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का भी सम्मान करती है। हम पूछना चाहते हैं कि क्या सनातन धर्म को गाली देना, हिंदू धर्म को गाली देना कांग्रेस और घमण्डिया गठबंधन की नीति है?
'2014 से पहले लाया गया भगवा आतंकवाद का शब्द'
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी स्पष्टता के साथ कहा है कि कोई भी नेता समाज में तनाव पैदा करने वाला कोई भी काम न करे। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भगवा आतंकवाद का शब्द लाया गया। इन्होंने भगवा आतंकवाद इसलिए कहा था, क्योंकि इनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक चुकी थी। इसलिए समाज में तनाव और विद्वेष फैलाने के लिए इन्होंने एक नैरेटिव सेट किया था।
'राहुल गांधी, नीतीश कुमार और ममता बनर्जी क्यों चुप हैं?'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब काशी तमिल संगमम आयोजित किया गया, तब अनुभव हुआ कि तमिलनाडु के सर्व-समाज की श्रद्धा काशी विश्वनाथ जी से जुड़ी हुई है। जिनको तमिलनाडु के बारे में कुछ अता-पता नहीं है, वो राजनीतिक उद्देश्य से ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं, जिस पर उनके नेता राहुल गांधी चुप हैं। केजरीवाल, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, ममता बनर्जी, शरद पवार क्यों चुप हैं?
'हमारा एजेंडा सुख-समृद्ध है'
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हमारी नीति सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। हमारा एजेंडा सुख-समृद्धि है, जबकि घमण्डिया गठबंधन की नीति नफरत, शंका, घृणा और विद्वेष फैलाना है।
अर्जुन राम मेघवाल ने भी कांग्रेस पर साधा निशाना
केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन लगातार 'सनातन धर्म' के बारे में बात कर रहे हैं और उसके खिलाफ जहर उगल रहे हैं... मैं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या कांग्रेस ने आइएनडीआइए गठबंधन की मुंबई बैठक में 'सनातन धर्म' के खिलाफ जहर उगलने का फैसला किया है या आपने देश से 'सनातन धर्म' को खत्म करने का एजेंडा तैयार किया है?
उदयनिधि स्टालिन ने क्या कहा?
उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि सनातन धर्म डेंगू और मलेरिया की तरह हैं। इसे खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।