'राहुल नहीं बन सकते PM...BJP केरल में ध्वस्त करेगी द्विध्रुवीय राजनीति', प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस को सुनाई खरी-खरी
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विस्तृत चर्चा की और कहा कि केरलवासियों को यह अहसास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सत्ता में तीसरी बार वापसी हो रही है। भाजपा नेता ने कहा कि यूडीएफ और माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ जो राज्य में सत्ता में है के आसपास केंद्रित यह द्विध्रुवीय राजनीति इस बार खत्म हो जाएगी।
अगर 2019 में आप किसी भी केरलवासी (हिंदू, ईसाई, मुस्लिम) से पूछा होगा तो उन्होंने आपको जवाब दिया होगा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे। यह उनका अपना उपदेश और विश्वास था। अब केरल में किसी भी हिंदू, मुस्लिम, ईसाई से पूछेंगे तो वह बताएगा कि प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार वापसी कर रहे हैं।
प्रकाश जावड़ेकर ने क्या कुछ कहा?
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ईसाइयों तक उनकी पार्टी की ठोस पहुंच के परिणामस्वरूप उनका एक बड़ा वर्ग अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनावों में इसके लिए मतदान करेगा।लोग यह भी जानते हैं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं, मतदाताओं को अहसास है कि उन्होंने 2019 में कांग्रेस को वोट दिया था, लेकिन देशभर में हर जगह उसे हार का सामना करना पड़ा।
राहुल पर बरसे प्रकाश जावड़ेकर
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस ने समारोह का निमंत्रण ठुकरा दिया। वहीं, वायनाड जिले में 140 से अधिक स्थानों पर हजारों मतदाताओं ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लाइव देखा। बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह का केरल में लाइव प्रसारण हुआ था और इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी प्रकाश जावड़ेकर को सौंपी गई थी। ईसाइयों तक भाजपा की पहुंच के बारे में बात करते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने क्रिसमस के दौरान पांच लाख से अधिक ईसाइयों के घरों में जाकर उन्हें बधाई दी।यह भी पढ़ें: केरल सरकार ने आशा वर्करों को दिया बड़ा तोहफा, 26 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ा'भाजपा को जानबूझकर बदनाम करने की हुई कोशिश'
जावड़ेकर ने कहा कि मणिपुर हिंसा को लेकर समुदाय में भाजपा को बदनाम करने की जानबूझकर कोशिश की गई है, जिसमें मैतेई और कुकी शामिल हैं। यह ध्यान दिया जा सकता है कि जहां मैतेई ज्यादातर हिंदू हैं, वहीं कुकी ज्यादातर ईसाई हैं। उन्होंने कहा,भाजपा समुदाय को यह समझाने में सफल रही है कि हिंसा का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह दोनों समुदायों के बीच पुरानी जातीय प्रतिद्वंद्विता का नतीजा है।