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5-5 लोकसभा सीटों का क्लस्टर बनाएगी भाजपा, शाह व नड्डा ने खींचा लोकसभा चुनाव की तैयारियों का खाका

लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत से अधिक वोट पाने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा इस बार नई रणनीति के साथ उतरने जा रही है। सूत्रों ने बताया कि शाह नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष ने अपने-अपने वक्तव्य में पदाधिकारियों को रणनीति समझाई। बताया गया है कि इस बार सभी 543 लोकसभा सीटों को चार-चार या पांच-पांच सीटों के क्लस्टर में बांटा जाएगा।

By Jagran News Edited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 23 Dec 2023 09:44 PM (IST)
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भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक (फोटो: एएनआई)
जितेंद्र शर्मा, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत से अधिक वोट पाने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा इस बार नई रणनीति के साथ उतरने जा रही है। लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'माइक्रो लेवल' प्लानिंग का जो चुनावी मंत्र दिया है, उसे धरातल पर उतारने के लिए पार्टी के रणनीतिकार गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूरा खाका खींच लिया है। तय किया है कि इस बार पांच-पांच लोकसभा सीटों का क्लस्टर बनाकर चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी।

चुनावी तैयारी पर मंथन

कमजोर क्षेत्रों में पहले ताकत झोंकने का इरादा कर चुकी भाजपा ने ऐसी लगभग 160 सीटों पर जल्द प्रत्याशी तय करने का भी संकेत दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के दूसरे दिन अलग-अलग सत्रों में चुनावी तैयारी पर मंथन चला।

सूत्रों ने बताया कि शाह, नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष ने अपने-अपने वक्तव्य में पदाधिकारियों को रणनीति समझाई। बताया गया है कि इस बार सभी 543 लोकसभा सीटों को चार-चार या पांच-पांच सीटों के क्लस्टर में बांटा जाएगा। इनकी अलग-अलग बैठकें पार्टी हाईकमान करेगा। बारीकी से इनकी स्थिति की समीक्षा के साथ रणनीति पर आगे बढ़ा जाएगा।

जनवरी तक गठित होंगी टीमें

संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों से कहा गया है कि प्रदेश चुनाव प्रबंधन और लोकसभा चुनाव प्रबंधन की टीम अभी से इस तरह बना लें कि उसमें यह तक उल्लेखित हो कि मतगणना के वक्त एजेंट के रूप में कौन से कार्यकर्ता भेजे जाएंगे। टीमों के गठन का कार्य जनवरी तक पूरा कर लिया जाए। रणनीति में यह भी शामिल होगा कि जहां पार्टी कमजोर है, वहां अभी से सभाएं शुरू कर दी जाएं और जनसंवाद के कार्यक्रम अधिक से अधिक हों। यह काम मजबूत, कमजोर और औसत सीटों की ग्रेडिंग के आधार पर अमल में लाया जाएगा।

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संकेत यह भी दिया गया कि जिन लगभग 160 सीटों पर भाजपा दो लोकसभा चुनावों से नहीं जीती है, वहां पार्टी जल्द से जल्द प्रत्याशी घोषित कर सकती है। संभावित है इन सीटों पर जनवरी अंत तक प्रत्याशी तय कर लिए जाएं।

न रह जाए कांग्रेस जैसी कमजोरी, जनता से जुड़ाव रखें

गृह मंत्री शाह का जोर इस बात पर खास तौर पर था कि रणनीति सिर्फ चुनाव जीतने के लिए नहीं बनानी है, बल्कि उद्देश्य हर वर्ग तक पहुंचने का है। उनका इशारा उन जाति वर्गों की तरफ भी था, जोकि किसी दल के सजातीय नेतृत्व से अधिक जुड़ाव रखते हैं और भाजपा को उनकी तुलना में उस वर्ग का कम वोट मिलता है। कहा गया कि हर वर्ग तक पार्टी की पहुंच बनाना आवश्यक है ताकि दशकों तक भाजपा को कोई हिला न सके। संगठन में कांग्रेस जैसी कमजोरी न हो कि जनता से जुड़ाव ही न रहे।

यूं मिली मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत

बैठक के दौरान मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्षों ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि बूथ स्तर तक संगठन ने किस तरह काम किया जिससे कि भाजपा को अभूतपूर्व विजय मिली। इसके साथ ही तेलंगाना और मिजोरम के पदाधिकारियों ने प्रस्तुतीकरण दिया कि उनकी तैयारी कैसी थी और ऐसे परिणाम क्यों रहे।

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बैठक में यह भी निर्देश

  • 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर सुशासन दिवस देशभर में मनाया जाए।
  • 26 दिसंबर को वीर बालक दिवस के आयोजन अच्छी तरह से किए जाएं।
  • चुनाव तक युवा सम्मेलन, किसान सम्मेलन, महिला सम्मेलन आदि कर इन वर्गों को पार्टी से जोड़ें।
  • विकसित भारत संकल्प यात्रा में पदाधिकारी, कार्यकर्ता, सांसद, विधायक अवश्य जाएं। हर स्थान पर कम से कम एक हजार लोग एकत्र हों।