By-Election Result: उपचुनाव नतीजों ने सत्तारूढ़ दलों को दी मजबूती, बंगाल, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री साख बचाने में रहे कामयाब
उपचुनाव नतीजों के बाद कई राज्यों की दलगत स्थिति बदल गई है। सात राज्यों में 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में शनिवार को आया नतीजा मध्य प्रदेश बंगाल पंजाब और हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ दलों के लिए उत्साह बढ़ाने वाला है। उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा को न तो फायदा मिला न नुकसान हुआ। बिहार में जरूर जदयू-भाजपा की सरकार को झटका मिला है।
जागरण टीम, नई दिल्ली। सात राज्यों में 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में शनिवार को आया नतीजा मध्य प्रदेश, बंगाल, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ दलों के लिए उत्साह बढ़ाने वाला है। उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा को न तो फायदा मिला, न नुकसान हुआ। बिहार में जरूर जदयू-भाजपा की सरकार को झटका मिला है। पूरी जोर लगाने के बावजूद उसे इस सीट से हाथ धोना पड़ा और निर्दलीय प्रत्याशी बाजी जीतने में कामयाब रहा।
हिमाचल में कांग्रेस ने पलटी बाजी
चुनाव नतीजों के बाद कई राज्यों की दलगत स्थिति बदल गई है। हिमाचल प्रदेश में निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा देकर भाजपा के साथ जाने के बाद कांग्रेस सरकार के लिए मुश्किल स्थिति पैदा हो गई थी। लोकसभा चुनाव में भी सभी चार सीटें भाजपा के जीत लेने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए खुद को साबित करना जरूरी हो गया था।तीन सीटों में दो सीटों पर जीत के बाद 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस की सदस्य संख्या 40 हो गई है। भाजपा की तीन सीटें बढ़कर 28 हो गई हैं। पहली बार ऐसा हुआ है कि राज्य में कोई निर्दलीय विधायक नहीं है। भाजपा के लिए थोड़ी असहज स्थिति इसलिए है कि इस्तीफा देने वाले सभी निर्दलीय विधायकों को उसने प्रत्याशी बनाया था, जिसमें सिर्फ आशीष शर्मा चुनाव जीत सके। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने जालंधर पश्चिम सीट पर जीत से विधानसभा में दलगत स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा क्योंकि यह सीट पहले भी आप के पास थी और उसने ही जीती है, लेकिन इसससे मुख्यमंत्री भगवंत मान को बड़ी राहत मिली है।
बिहार में नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका
लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी सीटें जीतने का 13-0 का नारा फेल होने के बाद मान सरकार पर सवाल उठ रहे थे। यही कारण था कि उन्होंने इस उपचुनाव को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया था। चुनाव नतीजों ने कांग्रेस और भाजपा के साथ शिअद के रणनीतिकारों के लिए चिंताजनक स्थिति पैदा कर दी है।बिहार में रूपौली में हुई हार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। 2010, 2015 और 2020 में इस सीट पर जदयू की बीमा भारती ही जीतती रहीं। लोकसभा चुनाव में राजद उम्मीदवार बनने के लिए बीमा ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दिया। हालांकि वह लोकसभा चुनाव हार गईं। लेकिन, जदयू के लिए धर्मसंकट खड़ा हो गया है। लगातार तीन चुनाव जीतने के बाद रूपौली के उपचुनाव में हार से उबरने में जदूय को समय लगेगा। 243 सदस्यीय विधानसभा में पहले जदयू के पास 45 सीट थी, अब 44 रह गई है। राजद की 77 सीटें बरकरार हैं।
बंगाल में ममता ने मारी बाजी
बंगाल में चारों सीटें जीतकर तृणमूल कांग्रेस ने परचम लहराया है। भाजपा के लिए चिंता की बात है कि 2021 के विस चुनाव के बाद वह बंगाल में कोई उपचुनाव नहीं जीत पाई है। इस बार भी उसने तीन सीटें गंवा दी हैं। भाजपा शासित उत्तराखंड में दो सीटें जीतने से कांग्रेस की सदस्य संख्या तो एक ही बढ़ी है, लेकिन उत्साह दोगुना हो गया है। भाजपा की संख्या पर इन नतीजों का कोई असर नहीं पड़ा है, लेकिन हाल में केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के निधन के कारण उसकी सदस्य संख्या एक कम हुई है। यह सीट अभी रिक्त है। 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या 46, कांग्रेस की 20 और बसपा की एक है। दो निर्दलीय विधायक हैं।
मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा सीट पर जीत से भाजपा का एक विधायक बढ़ गया है। अहम यह है कि भाजपा का जीत का सिलसिला जारी है। 230 सदस्यीय विधानसभा में अब भाजपा के विधायकों की संख्या163 हो गई है। कांग्रेस के एक सीट गंवाने से अब 64 विधायक रह गए हैं। भारत आदिवासी पार्टी का एक विधायक है, जबकि दो सीटें रिक्त हैं।
विधानसभा उपचुनाव में विपक्ष को मिली बढ़त
राज्य | सीटें | आईएनडीआईए | एनडीए | अन्य |
बंगाल | 04 | तृणमूल कांग्रेस-04 (+3) | भाजपा-00 (-03) | 00 (00) |
हिमाचल प्रदेश | 03 | कांग्रेस-02 (+2) | भाजपा-01 (+1) | 00 (-03) |
उत्तराखंड | 02 | कांग्रेस-02 (+1) | भाजपा-00 (00) | 00 (-01) |
पंजाब | 01 | आप-01 (00) | भाजपा-00 (00) | 00 (00) |
बिहार | 01 | राजद-00 (00) | जदयू-00 (-1) | 01 (+1) |
मध्य प्रदेश | 01 | कांग्रेस- 00 (-1) | भाजपा-01 (+1) | 00 (00) |
तमिलनाडु | 01 | एडीएमके- 01 (00) | 00 | 00 (00) |
कुल | (13) | 10 ((+5) | 02 (-04) | 01 (-03) |