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गोवा में मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, एमजीपी के सुदीन धवलीकर समेत तीन विधायक बने मंत्री

इस दौरान कैबिनेट के अन्य सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री डा.प्रमोद सावंत मौजूद रहे। सावंत ने 28 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में आठ अन्य मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उस समय तीन मंत्री पद खाली थे।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Sat, 09 Apr 2022 07:21 PM (IST)
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गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की फाइल फोटो
पणजी, प्रेट्र। गोवा में शनिवार को मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के सुदीन धवलीकर समेत तीन विधायकों को मंत्री बनाया गया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की अनुशंसा पर राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने राजभवन में आयोजित समारोह में तीनों विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। धवलीकर के अलावा भाजपा के दो विधायकों नीलकांत हलर्णकर और सुभाष फलदेसाई ने शपथ ली।

इस दौरान कैबिनेट के अन्य सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री डा.प्रमोद सावंत मौजूद रहे। सावंत ने 28 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में आठ अन्य मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उस समय तीन मंत्री पद खाली थे।

प्रमोद सावंत की सरकार में फलदेसाई पहली बार बने मंत्री

धवलीकर 2017 से 2019 के बीच मनोहर पर्रीकर के नेतृत्व वाली और सावंत के नेतृत्व वाली सरकारों में भी मंत्री रह चुके हैं। हलर्णकर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। वे 2019 में नौ अन्य विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। फलदेसाई पहली बार मंत्री बने हैं।

तीन अप्रैल को मंत्री के विभागों का हुआ था बटवारा

बता दें कि गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोदी सावंत के साथ 28 मार्च को शपथ लेने वाले भाजपा के आठ विधायकों को विभागों के आवंटन की अधिसूचना तीन अप्रैल को जारी की गई थी। सावंत ने गृह, वित्त, कार्मिक, सतर्कता और राजभाषा विभागों को अपने पास बरकरार रखा है। विश्वजीत राणे को शहरी विकास, महिला एवं बाल और वन विभागों के साथ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य और नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग दिए गए हैं।

गोवा में एमजीपी ने सरकार को दिया है समर्थन

गौरतलब है कि गोवा में हाल ही में संपन्न चुनावों में भाजपा ने 20 सीटों पर जीत हासिल की, जो 40 सदस्यीय सदन में बहुमत से एक कम है। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के तीन निर्दलीय विधायकों और दो विधायकों ने भाजपा को अपना समर्थन दिया है।