केंद्र पर छत्तीसगढ के CM बघेल का हमला, कहा- छापे-जेल से डरने वाले नहीं, राजनीतिक उद्देश्य से आतंक फैला रहा ईडी
छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर साधा निशाना। करीबियों पर छापे को लेकर केंद्र पर छत्तीसगढ सीएम का हमला। सीएम ने कहा भाजपा प्रत्याशी नहीं ईडी-आइटी लड़ रहे चुनाव। सीएम ने कहा केंद्र के करीबी कारोबारियों के हित में कांग्रेस सरकार का अड़चन बनना भी ईडी के छापे की वजह आतंक फैला रहे ईडी निदेशक संजय मिश्रा प्रजातंत्र पर गहराते खतरे को रोके अदालतें।
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Thu, 24 Aug 2023 09:19 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनके करीबियों के खिलाफ ईडी से लेकर इनकम टैक्स के छापे को राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताते हुए आरोप लगाया है कि चुनाव मैदान में भाजपा की कमजोर हालत को देखते हुए केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है। लेकिन हम इनकी धमकियों-छापों से डरने वाले नहीं और न ही जेल जाने से डरने वाले।
छत्तीसगढ में 200 से अधिक छापे डाले गए: बघेल
बघेल ने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ रहे बल्कि उनकी जगह ईडी और आइटी चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में अदालतों को इसे रोकने की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
रायपुर में पिछले दो दिन से उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा समेत कई अन्य अधिकारियों पर छापे की कार्रवाई के बाद राजधानी दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस किया।
उन्होंने कहा कि 2020 में झारखंड चुनाव में भाजपा की करारी हार के बाद से छत्तीसगढ में इनकम टैक्स-ईडी के 200 से अधिक छापे डाले गए हैं। कथित शराब घोटाले, कोयला घोटाले और अब धान की खरीद में हुए कथित घोटाले के ईडी-आइटी के दावे की चर्चा करते हुए बघेल ने कहा कि इनके सारे कागजात ईडी को सौंप दिए गए थे।
लेकिन जांच से लेकर संपत्ति जब्ती की कार्रवाई के बाद भी इन्हें कुछ नहीं मिला तो हमारे लोगों, अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा कारोबारियों के यहां बिना जरूरी वारंट छापे मार रहे हैं। बैंक खाते जब्त कर जेल में डालने की धमकी दे रहे और फिर राजनीतिक सवाल पूछते हैं।
राजनीतिक मकसद से मारा जा रहा छापा
ईडी अधिकारी मारपीट कर आतंक फैलाते हुए जबरन अपने मनमुताबिक बयान पर हस्ताक्षर करना चाहते हैं। छापे को राज्य सरकार के कामकाज को बाधित करने का राजनीतिक मकसद बताते हुए बघेल ने केंद्र के करीबी लोगों के कारोबारी हित में अड़चन को भी इसकी एक वजह करार दिया। सवालों के जवाब में अदाणी समूह के हित नहीं सधने की ओर इशारा करते हुए कहा कि खुलकर बोलने से उन्हें परहेज नहीं है मगर इसको गायब कर दिया जाएगा।
छत्तीसगढ के सीएम ने कहा कि शराब घोटाला मामले में नकली होलोग्राम लगाने के लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो फिर सप्लाई करने वाली कंपनी है मगर हमारी मांग के बावजूद उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। इसी तरह धान की 107 लाख मीट्रिक टन खरीदी होने के कारण छत्तीसगढ़ में भाजपा को परेशानी हो गई है और इसलिए इसमें भी स्कैम ढूंढ़ा जा रहा है।ईडी अपनी हदें पार कर छत्तीसगढ में उनके कार्यकाल के दौरान जमीनों की रजिस्ट्री के सारे कागज मांग रही है। उन्होंने कहा कि शराब और कोयला घोटाले दोनों मामले में कैग की दो बार रिपोर्ट आ चुकी है जिसमें कुछ भी गड़बड़ी नहीं पायी गई है।