छत्तीसगढ़ : मुस्लिम संगठन दावत-ए-इस्लामी को सरकार देने जा रही थी 25 एकड़ जमीन, बवाल मचने पर आवेदन निरस्त
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दावत-ए-इस्लामी संगठन को राज्य सरकार द्वारा 25 एकड़ (दस हेक्टेयर) जमीन आवंटित कर देने को लेकर बवाल मच गया है। भाजपा के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि यह संगठन पाकिस्तान के कराची शहर का है।
By TaniskEdited By: Updated: Mon, 03 Jan 2022 08:49 AM (IST)
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दावत-ए-इस्लामी संगठन को राज्य सरकार द्वारा 25 एकड़ (दस हेक्टेयर) जमीन आवंटित कर देने को लेकर बवाल मच गया है। भाजपा के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि यह संगठन पाकिस्तान के कराची शहर का है। अग्रवाल ने प्रशासन के उस विज्ञापन को भी सार्वजनिक किया, जिसमें दावत-ए-इस्लामी संगठन को जमीन आवंटन करने से पहले दावा-आपत्ति मंगाई गई है। भाजपा के विरोध करने के बाद कांग्रेस की ओर से इस मामले को लेकर सफाई दी गई है। राज्य सरकार ने देर रात बयान जारी कर बताया कि संगठन का आवेदन निरस्त कर दिया गया है।
वहीं, कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बृजमोहन का आरोप झूठा है। किसी पाकिस्तानी संस्था ने 25 एकड़ जमीन के आवंटन के लिए आवेदन नहीं दिया है। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में रविवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि विज्ञापन में दावत-ए-इस्लामी संगठन का कार्यालय आरडीए प्लाट संजय नगर बताया गया है। बोरियाखुर्द की जमीन पर सामुदायिक भवन बनाने के लिए जमीन की मांग की गई है, जिसके लिए 31 जनवरी, 2021 को आवेदन किया गया था। इस पर आपत्ति 13 जनवरी तक दर्ज कराई जा सकती है।
अग्रवाल ने दावा किया कि दावत-ए-इस्लामी के विदेशी फंडिंग, आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहने और मतांतरण करने के मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि कई ऐसी संस्थाएं हैं, जिनके आवेदन 10 सालों से पेंडिंग हैं, लेकिन एक साल पहले के आवेदन पर जमीन देने की तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के कई जिलों में मुस्लिम संगठनों को जमीन आवंटित की जा रही है।
रायपुर में 15 सालों से काम कर रहा संगठन
कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने इस मुद्दे पर कहा कि दावत-ए-इस्लामी संस्था छत्तीसगढ़ में पंजीकृत है, जिसका पंजीयन नंबर 6328207012021038 है। संगठन ने दस हजार वर्गफीट जमीन के लिए आवेदन दिया है। उसे जमीन आवंटन का कोई भी निर्णय अभी नहीं हुआ है। उनके आवेदन के लिए दावा-आपत्ति मंगाई गई है। उन्होंने कहा कि इस संगठन ने कोरोना महामारी के समय जरूरतमंदों के लिए भोजन, दवा उपलब्ध कराने का कार्य किया था। यह संस्था रायपुर में भी 15 वर्षो से अधिक समय से काम कर रही है। बृजमोहन जिस दावत-ए-इस्लामी संस्था की बात कर रहे हैं, उसका दफ्तर गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में है और वहां भाजपा की सरकार है।