CAA पर अब ये क्या बोल गईं CM ममता, NRC को जोड़ते हुए पीएम मोदी को दे दी चुनौती
CM ममता ने कहा कि केंद्र सरकार मतुआ भाइयों के सभी नागरिक अधिकार छीनकर और सरकारी योजनाओं से वंचित कर आपको डिटेंशन कैंप में भेज देगी। सीएए के कारण लोग तनाव में हैं। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने मतुआ समुदाय से आने वाले बनगांव से भाजपा सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर की ओर इशारा करते हुए कहा कि भाजपा के नेता सीएए के तहत आवेदन क्यों नहीं कर रहे हैं?
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू किए जाने पर रविवार को सवाल उठाते हुए भाजपा व केंद्र पर करारा हमला बोला। लोकसभा चुनाव को लेकर नदिया जिले के कृष्णानगर में अपनी पहली जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि सीएए वैध नागरिकों को विदेशी बनाने का एक जाल (साजिश) है, जिसे वो स्वीकार नहीं करेंगी।
सीएए का मतलब ही एनआरसी
उन्होंने स्पष्ट कहा कि हम बंगाल में सीएए और एनआरसी को लागू नहीं होने देंगे। मतुआ समुदाय की बहुलता वाले क्षेत्र में आयोजित इस रैली में ममता ने लोगों से कहा कि सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करते ही आपको विदेशी घोषित कर दिया जाएगा। सीएए का मतलब ही एनआरसी है। आवेदन करते ही आप एनआरसी के दायरे में आ जाएंगे।
सीएए के तहत आवेदन क्यों नहीं किया?
केंद्र सरकार आपके (मतुआ भाइयों) के सभी नागरिक अधिकार छीनकर और सरकारी योजनाओं से वंचित कर आपको डिटेंशन कैंप में भेज देगी। उन्होंने कहा कि सीएए के कारण लोग तनाव में हैं। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने मतुआ समुदाय से आने वाले बनगांव से भाजपा सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर की ओर इशारा करते हुए कहा कि भाजपा के नेता सीएए के तहत आवेदन क्यों नहीं कर रहे हैं?ममता का भाजपा के 400 नारे पर निशाना
ममता ने सवाल किया कि जब सीएए कानून को संसद से 2019 में ही पारित किया गया तो इतने साल बाद चुनाव से ठीक पहले इसे क्यों लागू किया गया है? पहले इसे लागू क्यों नहीं किया गया। यह चुनावी जुमले के अलावा कुछ भी नहीं है। ममता ने चुनाव में भाजपा के 400 पार वाले नारे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा 400 पार की बात कह रही है लेकिन मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि इस लोकसभा चुनाव में वह 200 का आंकड़ा भी पार करके दिखाए।
महुआ को संसद से निष्कासित कर किया गया अपमान
ममता ने कृष्णानगर से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार महुआ मोइत्रा के समर्थन में पहली चुनावी रैली में महुआ के निष्कासन का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि हमारी सांसद महुआ मोइत्रा का अपमान किया गया। लोकसभा से महुआ को इसलिए निष्कासित कर दिया गया क्योंकि वह भाजपा के खिलाफ मुखर थीं। महुआ के खिलाफ सीबीआइ जांच और उनके ठिकानों पर हाल में केंद्रीय एजेंसी की छापेमारी की कार्रवाई की भी आलोचना की।बंगाल के अधिकार छीन लिए
सीएम ममता ने कहा कि महुआ पर अत्याचार हो रहा है। उनके माता-पिता को भी नहीं छोड़ा जा रहा है। ममता ने कहा कि वे (भाजपा) महिलाओं का अपमान करते हैं और उन्होंने बंगाल के अधिकार छीन लिए हैं। वे आपको कभी नहीं बताएंगे कि मोदी सरकार ने बंगाल के लिए क्या किया, कितने पैसे दिए, वे राज्य के साथ अन्याय कर रहे हैं। वो पहले अपना घर संभाले।