रायबरेली और वायनाड से चुनाव लड़ने के लिए राहुल गांधी को मिला लाखों रुपये का फंड, चुनाव आयोग के पास पहुंचा ब्योरा
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को चुनाव लड़ने के लिए 50 लाख रुपये की रकम मिली थी। वहीं कंगना रनौत के खिलाफ चुनाव हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह को सबसे अधिक 87 लाख रुपये की धनराशि मिली। केसी वेणुगोपाल को 70 लाख रुपये मिले थे। कांग्रेस ने पार्टी फंड से यह धनराशि दी थी। इसका ब्योरा भी चुनाव आयोग को सौंप दिया है।
पीटीआई, नई दिल्ली। केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से जीतने वाले राहुल गांधी को पार्टी फंड से 1 करोड़ 40 लाख रुपये की रकम मिली थी। कांग्रेस ने दोनों जगह से चुनाव लड़ने की खातिर राहुल गांधी को 70-70 लाख रुपये की धनराशि दी थी। पार्टी ने अभिषेक बनर्जी महुआ मोइत्रा और शत्रुघ्न सिन्हा सहित 48 उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए 75-75 लाख रुपये दिए थे यह ब्योरा कांग्रेस ने चुनाव आयोग को सौंपा है।
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विक्रमादित्य को मिली सबसे अधिक धनराशि
पार्टी ने सबसे अधिक फंड विक्रमादित्य सिंह को दिया। उन्हें मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए 87 लाख रुपये की धनराशि दी गई। हालांकि भाजपा प्रत्याशी और अभिनेत्री कंगना रनौत के सामने विक्रमादित्य को हार का सामना करना पड़ा।
इन्हें भी मिला 70 लाख का फंड
अमेठी लोकसभा सीट पर स्मृति ईरानी को हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा को भी 70 लाख रुपये पार्टी से मिले थे। इसके अलावा केरल के अलपुझा से केसी वेणुगोपाल, तमिलनाडु के विरुधुनगर से मणिकम टैगोर, कर्नाटक के गुलबर्गा से कांग्रेस उम्मीदवार राधाकृष्ण और पंजाब के श्री आनंदपुर साहिब से कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंदर सिंगला को भी 70-70 लाख रुपये की धनराशि मिली थी।50 लाख रुपये पाने वाले दिग्विजय सिंह हारे
आनंद शर्मा को 46 और दिग्विजय सिंह को 50 लाख रुपये मिले थे। हालांकि दोनों ही नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा था। बता दें कि राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली दोनों ही सीटों से चुनाव जीता। हालांकि बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी।