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'बहुत हुई Mann Ki Baat, अब मणिपुर की बात का समय', PM Modi पर TMC का तंज; कांग्रेस बोली- राजधर्म भी निभाओ

Congress attack PM modi पीएम मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से लेकर देश में लगाए गए आपातकाल तक कई मुद्दों का जिक्र किया। पीएम के कार्यक्रम को लेकर विपक्षी नेताओं ने तंज कसा है।

By Mahen KhannaEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sun, 18 Jun 2023 03:56 PM (IST)
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Congress attack PM modi मोदी पर विपक्ष का निशाना।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। 𝐌𝐚𝐧𝐧 𝐊𝐢 𝐁𝐚𝐚𝐭 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के 102वें संस्करण को संबोधित किया। कार्यक्रम में पीएम ने चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से लेकर इंदिरा सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल तक कई मुद्दे का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि कच्छ के लोगों ने जिस हिम्मत के साथ बिपरजॉय का सामना किया, वो काबिले तारीफ था।

पीएम के मन की बात कार्यक्रम के बाद कई विपक्षी नेताओं ने उनपर निशाना साधा है। नेताओं ने मणिपुर में जारी हिंसा पर पीएम मोदी द्वारा कुछ न बोलने पर तंज कसा। 

खरगे बोले- मणिपुर को संभालकर पहले राजधर्म निभाओ

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मन की बात में पहले '𝐌𝐚𝐧𝐢𝐩𝐮𝐫 𝐊𝐢 𝐁𝐚𝐚𝐭' शामिल होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पीएम को अपना राजधर्म भी सही से निभाना चाहिए।

जयराम रमेश का हमला

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि मन की बात में प्रधानमंत्री ने "आपदा प्रबंधन में भारत की महान क्षमताओं" के लिए खुद की पीठ थपथपाई, लेकिन मणिपुर के सामने जो ''मानव निर्मित" मानवीय आपदा है, उसपर चुप रहे। जयराम ने कहा-

'एक और मन की बात लेकिन मणिपुर पर मौन। पीएम ने आपदा प्रबंधन में भारत की महान क्षमताओं के लिए खुद की पीठ थपथपाई, लेकिन क्या वो मणिपुर पर कुछ बोलेंगे। मणिपुर चल रहा है, लेकिन पीएम द्वारा शांति की कोई अपील नहीं की गई है।'

महुआ मोइत्रा बोलीं- अब मणिपुर की बात भी करें

दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर कहा, ''माननीय पीएम जी, बहुत हो गई मन की बात अब मणिपुर की बात का समय है। 

मणिपुर में नहीं थम रही हिंसा

हिंसाग्रस्त मणिपुर में इस सप्ताह फिर से हिंसा भड़क गई। भीड़ ने केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेताओं के घरों में आग लगा दी। वहीं, इंफाल में वांगखेई, पोरोमपत और थंगापत क्षेत्रों में सड़कों के बीच में एक गोदाम में आग लगाने और सड़कों के बीच में टायर जलाने के बाद वहां रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के कर्मियों के साथ भी एक भीड़ भिड़ गई।