किसान आंदोलन के जरिए कांग्रेस का मोदी सरकार पर वार, खरगे बोले- अन्नदाताओं के साथ दुश्मन जैसा हो रहा व्यवहार
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार को किसान विरोधी करार दिया है। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि उन्होंने दावा किया कि देश का अन्नदाता किसान जब बंपर फसल पैदा कर उसका निर्यात करना चाहते हैं तो मोदी सरकार गेहूं चावल चीनी प्याज दाल आदि के निर्यात पर प्रतिबंध लगा देती है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाए कि सरकार चुनिंदा पूंजीपति को फायदा पहुंचाने की कोशिश में जुटी है।
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि मोदी सराकर नरेंद्र मोदी सरकार किसान विरोधी है और अपना अधिकार मांगने वाले किसानों के साथ 'दुश्मन' जैसा व्यवहार कर रही है।
छह मार्च को दिल्ली कूच के लिए तैयार किसान
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह दल्लेवाल ने देश भर के किसानों से छह मार्च को विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली पहुंचने के आह्वान किया है। किसान नेताओं ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफी सहित अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में 10 मार्च को चार घंटे का देशव्यापी 'रेल रोको' का आह्वान भी किया है।
मोदी सरकार फसलों के निर्यात पर लगा रही प्रतिबंध
एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में खरगे ने आरोप लगाया कि अपने "चुनिंदा पूंजीपति मित्रों" को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने लगातार किसानों के हितों का बलिदान दिया है।उन्होंने दावा किया, ''देश का अन्नदाता किसान जब बंपर फसल पैदा कर उसका निर्यात करना चाहते हैं तो मोदी सरकार गेहूं, चावल, चीनी, प्याज, दाल आदि के निर्यात पर प्रतिबंध लगा देती है।"
खरगे ने कहा कि भाजपा ने अपने पूरे कार्यकाल में ऐसा ही किया है और कहा कि इसका नतीजा यह है कि कृषि निर्यात जो कांग्रेस-यूपीए शासन के दौरान 153 प्रतिशत बढ़ा था, वह भाजपा के शासन के दौरान केवल 64 प्रतिशत बढ़ गया।
किसानों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही सरकार
उन्होंने आरोप लगाया,"न केवल मोदी सरकार की एमअएसपी और आय दोगुनी करने की गारंटी फर्जी निकली, बल्कि किसान विरोधी भाजपा ने हमारे 62 करोड़ किसानों की कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी।"
खरगे ने कहा, "अब जब किसान अपना अधिकार मांग रहे हैं तो मोदी सरकार उनके साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है।"यह भी पढ़ें: Tejashwi Yadav की महारैली के बाद टेंशन में नेता! नीतीश कुमार के करीबियों ने संभाला मोर्चा, JDU की तरफ से आया बड़ा बयान