CWC Meeting: 'राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनना ही होगा', बैठक में वीरप्पा मोइली ने पार्टी से की मांग
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से पहले कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा कि यह सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आवाज है कि उन्हें (राहुल गांधी) विपक्ष का नेता बनाया जाए। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा हमारी मांग रही है कि राहुल गांधी आगे आएं और पार्टी संभालें लेकिन अंतिम फैसला नेतृत्व का है। इस बैठक में लोकसभा नेता प्रतिपक्ष का नाम तय किया जा सकता है।
एएनआई, नई दिल्ली। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की आज दिल्ली में अहम बैठक हो रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक में लोकसभा नेता प्रतिपक्ष का नाम तय किया जाएगा। कांग्रेस के कई नेताओं ने कहना है कि राहुल गांधी को विपक्ष नेता बनाया जाए।
बैठक में मौजूद हैं कांग्रेस के दिग्गज नेता
बैठक में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में प्रदर्शन को लेकर भी मंथन होने की उम्मीद है। बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge), सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), राहुल गांधी (Rahul Gandhi), प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) समेत अन्य CWC के सदस्य शामिल हुए।
बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, मैं राहुल गांधी जी को भी बधाई देना चाहूंगा, जिन्होंने संविधान, आर्थिक गैर बराबरी, बेरोजगारी और सामाजिक न्याय और सौहार्द्र जैसे मसलों को जन-जन का मुद्दा बना दिया।
खरगे ने कहा," यह राहुलजी के नेतृत्व में दो साल पहले 4 हजार किलोमीटर लंबा भारत जोड़ो यात्रा और फिर 6,600 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो न्याय यात्रा का फल है, जिसकी मदद से हमें जनता से जुड़ने और उनकी समस्याओं, सरोकारों, और आकांक्षाओं को जानने में मदद मिला। इसी आधार पर कांग्रेस पार्टी ने अपना चुनावी अभियान तैयार किया।"
बैठक में प्रियंका गांधी की हुई तारीफ
मल्लिाकर्जुन खरगे ने आगे कहा," मैं प्रियंकाजी को खास तौर पर बधाई देना चाहूंगा जिन्होंने अमेठी और रायबरेली के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी जोरदार प्रचार किया।"राहुल गांधी पार्टी संभालें: कांग्रेस नेता
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से पहले कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा,"यह सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आवाज है कि उन्हें (राहुल गांधी) विपक्ष का नेता बनाया जाए।" पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा, "हमारी मांग रही है कि राहुल गांधी आगे आएं और पार्टी संभालें लेकिन अंतिम फैसला नेतृत्व का है।