कांग्रेस ने अदाणी विवाद में मनी लॉन्ड्रिंग जांच नहीं कराने पर सरकार को घेरा, दस्तावेजों के हवाले से किया दावा
जयराम रमेश ने कहा कि हमें मालूम हुआ है कि 18 मार्च 2020 को अहमदाबाद में कंपनी रजिस्ट्रार को भेजे अदाणी समूह के पत्र में कहा गया है कि कंपनी के प्रमोटर विनोद एस अदाणी ने महत्वपूर्ण लाभकारी हित में परिवर्तन की सूचना दी है।
By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 28 Feb 2023 08:59 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कांग्रेस के रायपुर महाधिवेशन में अदाणी समूह से जुड़े विवाद को लेकर राजनीतिक हमला तेज करने की घोषणा के अनुरूप पार्टी ने उद्योगपति गौतम अदाणी के भाई विनोद अदाणी से जुड़ी कथित मुखौटा कंपनियों (शेल कंपनी) के विदेशों से धन की आवाजाही करने की जांच नहीं कराने को लेकर सरकार पर निशाना साधा।
अदाणी समूह में केंद्रीय भूमिका में हैं विनोद अदाणी : कांग्रेस
पार्टी ने आरोप लगाया कि चाहे अदाणी समूह ने चाहे विनोद अदाणी पर लगे गंभीर आरोपों से पल्ला झाड़ लिया हो मगर सामने आ रहे तथ्यों से साफ है कि अदाणी समूह में उनकी केंद्रीय भूमिका है। ईडी-सीबीआई की ओर इशारा करे हुए कांग्रेस ने सरकार से पूछा है कि क्या देश की यह ताकतवर एजेंसियां इस प्रकरण में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करेंगी।
जयराम रमेश ने दस्तावेजों का हवाला देकर किया दावा
कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी महाधिवेशन के चलते पांच दिनो के अंतराल के बाद हम अदाणी के हैं कौन श्रृंखला के तहत कांग्रेस की ओर से पूछे जा रहे सवालों की मंगलवार को नई किश्त जारी की। उन्होंने कहा कि अदाणी समूह ने 29 जनवरी को बयान जारी कर विनोद अदाणी के पास किसी तरह की प्रबंधकीय जिम्मेदारी नहीं होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया था, मगर स्टॉक एक्सचेंजों में दायर किए गए विभिन्न ज्ञापनों में बताया गया है कि अदाणी समूह का मतलब 'एसबी अदाणी फैमिली ट्रस्ट, अदाणी प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड, अदाणी ट्रेडलाइन एलएलपी, गौतम अदाणी, राजेश अदाणी, विनोद एस अदाणी।'अहमदाबाद में कंपनी रजिस्ट्रार को भेजे अदाणी समूह के पत्र में
जयराम रमेश ने कहा कि हमें मालूम हुआ है कि 18 मार्च 2020 को अहमदाबाद में कंपनी रजिस्ट्रार को भेजे अदाणी समूह के पत्र में कहा गया है कि 'कंपनी के प्रमोटर विनोद एस अदाणी ने महत्वपूर्ण लाभकारी हित में परिवर्तन की सूचना दी है।' इस पत्र पर अदाणी एंटरप्राइजेज के कंपनी सचिव जतिन जालूंधवाला के हस्ताक्षर हैं जिससे स्पष्ट है कि विनोद केंद्रीय भूमिका में है।