I.N.D.I.A की बैठक में शामिल होने पहुंचे इस नेता पर बिगड़ी बात, अखिलेश के करीबी पर कांग्रेस हुई लाल
विपक्षी दलों के गठबंधन आइएनडीआइए (I.N.D.I.A) की मुंबई में हो रही बैठक का आज दूसरा और अंतिम दिन है। इस दौरान कांग्रेस के नेता उस समय असहज हो गए जब सपा सांसद कपिल सिब्बल मंच पर पहुंच गए। इससे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल नाराज हो गए। उन्होंने इसकी शिकायत महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की। हालांकि बाद में सिब्बल को बैठक में शामिल होने दिया गया।
By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Fri, 01 Sep 2023 12:17 PM (IST)
मुंबई, जागरण डिजिटल डेस्क। Opposition Meeting in Mumbai: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन) की बैठक हो रही है। इस बैठक में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) की उपस्थिति से बवाल मच गया है। कांग्रेस ने इस पर सख्त नाराजगी जताई।
केसी वेणुगोपाल हुए नाराज
आज आइएनडीआइए की तीसरी बैठक का दूसरा दिन है। इस दौरान सपा के टिकट पर राज्यसभा पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल भी अचानक बैठक में शामिल होने पहुंच गए, जिससे कांग्रेस के कई नेता असहज हो गए। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल भी इससे खासा नाराज दिखे। उन्होंने ग्रुप फोटो खिंचवाने से पहले इसकी शिकायत महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की।
राहुल गांधी के मनाने पर शांत हुए वेणुगोपाल
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान कुछ नेता कपिल सिब्बल का बचाव करते भी दिखे। इनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव शामिल हैं। दोनों ने वेणुगोपाल को मनाने की कोशिश की। यहां तक कि राहुल गांधी ने भी कहा कि सिब्बल के आने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, जिसके बाद ही सिब्बल को फोटो सेशन का हिस्सा बनाया गया।सिब्बल को बैठक के लिए नहीं किया गया था आमंत्रित
दरअसल, सिब्बल को बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था। वे पहले कांग्रेस में ही थे, लेकिन पिछले साल मई महीने में उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली, जिसके बाद उन्हें राज्यसभा भेजा गया। कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान सिब्बल ने कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली थी। उन्हें कानून मंत्री से लेकर मानव संसाधन विकास मंत्री तक बनाया गया।
सिब्बल ऐसे नेता थे, जो कांग्रेस को सबसे ज्यादा चंदा देते थे। वे पंजाबी ब्राह्मण समुदाय से संबंध रखते हैं।