'राज्यसभा के सभापति अम्पायर होने चाहिए, चीयरलीडर नहीं' उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर भड़की कांग्रेस
कांग्रेस ने राहुल गांधी की आलोचना किए जाने को लेकर बृहस्पतिवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्यसभा के सभापति सभी के लिए ‘अंपायर और रेफरी’ होते हैं लेकिन वह सत्तापक्ष के ‘चीयरलीडर’ नहीं हो सकते।
By Jagran NewsEdited By: Babli KumariUpdated: Fri, 10 Mar 2023 09:46 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। कांग्रेस ने राहुल गांधी की आलोचना को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर कड़ी टिप्पणी की है। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राज्यसभा के सभापति को अम्पायर की भूमिका में होना चाहिए, वह किसी सत्तारूढ़ व्यवस्था का चीयरलीडर नहीं हो सकते हैं।
कांग्रेस ने यह प्रतिक्रिया तब दी जब धनखड़ ने राहुल गांधी के संसद में विपक्ष का माइक बंद किए जाने के बयान की कड़ी आलोचना की।
बता दें कि धनखड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की परोक्ष रूप से आलोचना करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि विदेशी धरती से यह कहना मिथ्या प्रचार और देश का अपमान है कि भारतीय संसद में माइक बंद कर दिया जाता है।
जयराम रमेश ने केंद्र पर लगाए गंभीर आरोप
जयराम रमेश के अनुसार, राहुल गांधी के बारे में उपराष्ट्रपति का बयान हैरान करने वाला है तथा उन्होंने सरकार का बचाव किया जो निराशाजनक है।
राहुल गांधी पर उपराष्ट्रपति का बयान चौंकाने वाला है, क्योंकि भारत के उपराष्ट्रपति का कार्यालय संविधान से बंधा होता है और वह राज्यसभा के सभापति के रूप में अपनी अतिरिक्त जिम्मेदारियां निभाते हैं। लेकिन यहां कई कार्यालय ऐसे हैं जिन्हें अपने दुराग्रह छोड़ने चाहिए। इसके अलावा, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्र पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि मोदी सरकार देश के खाद्यान्न की सारी रसद अदाणी समूह को सौंप देना चाहती है।कल उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति ने जो कुछ कहा है, उसके जवाब में मेरा वक्तव्य। pic.twitter.com/qOx0sw93jw
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) March 10, 2023
इस साजिश को किसानों के आंदोलन के चलते कुछ समय के लिए नाकाम कर दिया गया। चूंकि सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेने पड़े थे। 'हम अदाणी के हैं कौन' श्रृंखला के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल पूछते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अहमदाबाद में भारत-आस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट टेस्ट मैच का जिक्र करते हुए कहा कि अपने जीवनकाल में अपने ही नाम पर बनवाए स्टेडियम में सम्मानित होने पर इन सवालों को पूछने का उचित समय है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के कठोर श्रम से भारत के खाद्यान्न रसद को अदाणी समूह को सौंपने की साजिश है।
आज PM उस स्टेडियम में,जिसका नाम उन्होंने अपने जीवन काल में ही अपने नाम पर करवा लिया है,वहां खुद को तरह-तरह से सम्मानित करवा रहे हैं।
ऐसे में "HAHK - हम अडानी के हैं कौन" श्रृंखला का क्वार्टर सेंचुरी पूरा होना भी एक संयोग है।ये हैं आज के 3 सवाल।
चुप्पी तोड़िए प्रधानमंत्री जी। pic.twitter.com/yRRF0Zqbn9
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) March 9, 2023