Politics: चुनावी वादों से पीछे हटी कांग्रेंस, खरगे बोले- चुनाव में ऐसी घोषणा न करें जिसके बाद सरकार की बदनामी हो
उप चुनावों के दौर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी पार्टी की प्रदेश इकाइयों को बड़ा संदेश दिया है। कहा है कि वे चुनाव में ऐसा कोई वादा न करें जिससे सरकार बनने पर उसे पूरा करने में कठिनाई आए और सरकार की बदनामी हो।कांग्रेस की राज्य इकाइयों के प्रमुखों से खरगे ने कहा कि राज्य इकाइयों को अपने राज्यों के बजट को ध्यान में रखकर घोषणाएं करनी चाहिए।
एएनआइ, बेंगलुरु। उप चुनावों के दौर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी पार्टी की प्रदेश इकाइयों को बड़ा संदेश दिया है। कहा है कि वे चुनाव में ऐसा कोई वादा न करें जिससे सरकार बनने पर उसे पूरा करने में कठिनाई आए और सरकार की बदनामी हो।
पार्टी नेताओं को आईना दिखाने वाला यह संदेश कर्नाटक में सिद्दरमैया सरकार को हो रही कठिनाई के मद्देनजर माना जा रहा है। वहां पर 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने जनता को मुफ्त में लाभ पहुंचाने वाले कई ऐसे वादे किए थे जिन्हें पूरा करने में अब सरकार को कठिनाई हो रही है।
वादों की घोषणा बजट देखकर करें- खरगे
कांग्रेस की राज्य इकाइयों के प्रमुखों से खरगे ने कहा कि राज्य इकाइयों को अपने राज्यों के बजट को ध्यान में रखकर घोषणाएं करनी चाहिए। इससे सरकार बनने पर और भविष्य के दुष्प्रभावों से बचा जा सकेगा। प्रेस कान्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कोई घोषणा करते समय हमारी जिम्मेदारी बजट के प्रविधानों को ध्यान में रखने की भी है। कोई सरकार अगर जनता से किए अपने वादे पूरे नहीं कर पाती है तो सरकार की छवि पर गलत असर पड़ता है और समाज को कठिनाई होती है।खरगे ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में नेताओं से चुनाव प्रचार में पांच, छह, दस या बीस गारंटी न देने के लिए कहा है। सरकार बनने पर वे गारंटियों वाला बजट बनाकर उसे घोषित कर सकते हैं। तब कोई आर्थिक मुश्किल नहीं आएगी। क्योंकि अगर सरकार के पास सड़कों के लिए धन नहीं होगा तो सभी को कठिनाई होगी और उसकी बदनामी होगी। इसी प्रकार से नई पीढ़ी के लिए सरकार अगर कुछ खास नहीं कर पाई तो उसे लोग सत्ता से बाहर कर देंगे।