'राम मंदिर का ताला खोलना गलती, BJP के पहले PM थे नरसिम्हा राव'; ये क्या बोल गए कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर
Mani Shankar Aiyar on Narasimha Rao मणिशंकर अय्यर ने पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव की आलोचना करते हुए उन्हें पहला बीजेपी पीएम बताया है। उन्होंने कहा कि राव सांप्रदायिक थे और वो भाजपा की सोच रखते थे। अय्यर ने सोनिया गांधी की मौजूदगी में राम मंदिर मामले से निपटने में राजीव गांधी को गलत बताया और कहा कि मंदिर का ताला तोड़ना भयानक गलती थी।
नरसिम्हा राव 'सांप्रदायिक' थे
नरसिम्हा राव ने मुझसे कहा कि उन्हें मेरी यात्रा पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन वह धर्मनिरपेक्षता की मेरी परिभाषा से असहमत थे। मैंने बताया कि धर्मनिरपेक्षता की मेरी परिभाषा में क्या गलत है। उन्होंने कहा कि मणि तुम यह नहीं समझते कि यह एक हिंदू देश है। मैं अपनी कुर्सी पर बैठ गया और कहा कि भाजपा बिल्कुल यही कहती है, इसलिए भाजपा के पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी नहीं थे, 'भाजपा के पहले प्रधानमंत्री' राव थे।
किताब में राजीव गांधी से पाकिस्तान तक बात
पुस्तक के औपचारिक विमोचन के अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार वीर सांघवी के साथ स्वतंत्र बातचीत में अय्यर ने कई मुद्दों पर बात की। बता दें कि अपनी किताब में अय्यर ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ अपने संबंधों से लेकर दिसंबर 1978 से जनवरी 1982 तक कराची में महावाणिज्य दूत के रूप में उनके कार्यकाल का जिक्र किया है।सोनिया के सामने अय्यर बोले- राजीव गांधी ने की बड़ी गलती
सोनिया गांधी के कारण पार्टी में बचा रहा
अय्यर ने राजीव गांधी की मृत्यु के बाद राजनीति में कदम रखने के लिए समर्थन का स्तंभ होने के लिए सोनिया गांधी की भी सराहना की। उन्होंने कहा,राजीव के जाने के बाद कई लोगों ने सोचा कि चलो इस आदमी को खत्म कर दें। मैं केवल सोनिया गांधी की वजह से पार्टी में बचा रहा। मुझे सोनिया गांधी ने कैबिनेट मंत्री बनाया था।