'PM मोदी हमारे स्टार प्रचारक', कांग्रेस नेता के इस बयान का क्या है सियासी मतलब?
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने महिला आरक्षण बिल के मुद्दे पर कहा कि इस बिल को सबसे पहली बार 1989 में लाया गया जब राजीव गांधी जी प्रधानमंत्री थे। यह बिल लोकसभा से पारित हुआ। हालांकि राज्यसभा से पारित ना हो सका। आखिर वो सात लोग कौन थे जिन्होंने महिला आरक्षण बिल के विरोध में वोट दिया।
By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 26 Sep 2023 04:02 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई। संसद के विशेष सत्र के दौरान महिला आरक्षण बिल (Women Reservation Bill) को दोनों सदनों से पारित किया गया। महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस ने भी समर्थन किया है।
हालांकि, इस बिल का समर्थन करते हुए लोकसभा में कांग्रेस की पूर्व सांसद सोनिया गांधी ने कहा," राजीव गांधी का सपना अभी तक आधा ही पूरा हुआ है। इस बिल के पारित होने के से मेरे जीवनसाथी का सपना पूरा होगा। कांग्रेस इस बिल का समर्थन करती है।"
मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
वहीं, मंगलवार को कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए भाजपा पर निशाना साधा है। बता दें कि सोमवार मध्य प्रदेश चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने और भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए पीएम मोदी मध्य प्रदेश पहुंचे थे।संबोधन के दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। इसी बात को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा,"जिस राज्य में 19 साल से उनकी (भाजपा) सरकार हो, वहां 51 मिनट में 44 बार कांग्रेस का वो (पीएम मोदी) नाम लेते हैं। ये क्या बताता है। उनके पास अपनी सरकार की उपलब्धि बताने के लिए कुछ नहीं है।"
पीएम मोदी हमारे 'स्टार प्रचारक': पवन खेड़ा
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा,"जहां-जहां पीएम मोदी के पांव पड़े, चाहे वो हिमाचल हो या कर्नाटक हो, वहां हमारी (कांग्रेस) की सरकार बनी। इसलिए हम मानते हैं कि पीएम मोदी हमारे 'स्टार प्रचारक' हैं। हालांकि, हमें वो इसलिए अच्छा नहीं लगते क्योंकि वो झूठ बोलते हैं। अगर वो थोड़ा सच बोलना शुरू कर दें तो वो हमें हमारे सबसे अच्छे स्टार प्रचारक बन जाएंगे।
भाजपा नेताओं पर कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
कांग्रेस नेता ने महिला आरक्षण बिल के मुद्दे पर कहा कि इस बिल को सबसे पहली बार 1989 में लाया गया जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे। इस बिलो को लोकसभा से पारित किया गया। हालांकि, राज्यसभा से पारित ना हो सका, क्यों ना हो सका। वो सात लोग कौन थे जिन्होंने महिला आरक्षण बिल के विरोध में वोट दिए।कांग्रेस नेता ने उन नेताओं के नाम भी गिनवाए। उन्होंने कहा, "अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, राम जेठमलानी जी जसवंत सिंह ने इस बिल का विरोध किया।" कांग्रेस नेता ने कहा कि इस बिल को लाने में आपने दस साल गंवा दिए और अभी भी इस बिल को लागू कराने में और 10 साल लगेंगे।#WATCH | Delhi: Congress leader Pawan Khera says, "We consider PM Modi as our star campaigner... He keeps saying that Congress is against the Women's Reservation Bill, but let me remind you that in 1989 when Rajiv Gandhi proposed this bill in Rajya Sabha, it was opposed by BJP… pic.twitter.com/V8zQqwLl99
— ANI (@ANI) September 26, 2023