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संपत्ति जब्ती के खिलाफ राजनीतिक ही नहीं लंबी कानूनी लड़ाई की तैयारी में जुटी कांग्रेस, ये बड़े वकील करेंगे मदद

नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को कांग्रेस ने राजनीति से प्रेरित बताया है। कांग्रेस इस लड़ाई को राजनीतिक के अलावा कानूनी तौर पर लड़ने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस संपत्ति जब्त करने के फैसले को कानूनी प्रक्रिया के तहत अदालत में चुनौती देगी। इसको लेकर कानूनी सलाहकारों के बीच मंत्रणा शुरू हो गई है।

By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Wed, 22 Nov 2023 09:07 PM (IST)
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कांग्रेस नेता ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले में एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की 750 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त करने के ईडी के ताजा कदम के खिलाफ राजनीतिक लड़ाई लड़ने का इरादे साफ करते हुए कांग्रेस ने कानूनी मोर्चे पर भी लंबी लड़ाई की तैयारी शुरू कर दी है। ईडी के कदम को कानून की कसौटियों पर गलत ठहराते हुए इसे मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति बता चुकी पार्टी संपत्ति जब्त करने के फैसले को कानूनी प्रक्रिया के तहत अदालत में चुनौती देगी।

कानूनी सलाहकारों के बीच मंत्रणा शुरू

पार्टी के वरिष्ठ कानूनी सलाहकारों के बीच इस पर मंत्रणा का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी की अगुवाई में कई अनुभवी कानूनी रणनीतिकारों की टीम इसकी तैयारी में जुट गई है। साथ ही संकेत हैं कि कांग्रेस की इस कानूनी लड़ाई को मजबूती देने के लिए वरिष्ठ वकील राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल भी इसमें परोक्ष सहयोग के तौर पर अपनी भूमिका निभाएंगे।

बड़े वकीलों की मदद लेगी कांग्रेस

एजेएल की संपत्ति जब्त करने की ईडी की कार्रवाई के तत्काल बाद अभिषेक सिंघवी ने मंगलवार को ही साफ कर दिया था कि कानून की कसौटी पर ईडी का यह फैसला टिक नहीं पाएगा और पार्टी इसके लिए सभी उचित कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेगी। इस मामले के पार्टी की प्रमुख संपत्तियों और विरासत से जुड़े होने के चलते कानूनी लड़ाई में कांग्रेस किसी तरह की गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहती। इसलिए सिंघवी के अलावा पी चिदंबरम, मनीष तिवारी, विवेक तन्खा, सलमान खुर्शीद आदि के साथ कुछ पेशेवर नामी गिरामी वकीलों की मदद भी ली जाएगी।

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कांग्रेस के लिए लड़ेंगे कपिल सिब्बल!

एजेएल की संपत्ति जब्त करने के ईडी के फैसले की बुधवार को आलोचना करते हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कांग्रेस की इस लड़ाई में अपने सहयोग की भूमिका निभाने के संकेत भी दे दिए। सिब्बल ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि यंग इंडियन- एजेएल की 752 करोड़ की संपत्ति ईडी ने कुर्क की। इस आरोप के आधार पर कुर्की की कार्रवाई की गई कि यंग इंडियन के शेयर धारक एजेएल की संपत्ति के मालिक हैं और इसमें विश्वास का उल्लंघन और धोखा हुआ है।

क्या है सिब्बल की दलील?

सिब्बल के अनुसार, कानून यह है कि शेयर धारक कभी भी कंपनी की संपत्ति के मालिक नहीं होते हैं। यंग इंडियन एक गैर-लाभकारी कंपनी है और ईडी की यह कार्रवाई राजनीति के एक नए निचले स्तर का नमूना है।

खरगे का बीजेपी पर निशाना

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तेलंगाना के चुनाव प्रचार अभियान के दौरान ईडी की कार्रवाई को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए पार्टी की वैचारिक राजनीतिक लड़ाई में किसी तरह का समझौता नहीं करने की बात कही। खरगे ने आलमपुर की चुनावी रैली में कहा कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह उस अखबार को बंद करना चाहते हैं जो हमारे पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने शुरू किया था।

उन्होंने कहा कि मुझे आज दुख हो रहा है कि मेरी पार्टी के अखबारों और कांग्रेस की संपत्ति मोदी ने कल जब्त कर ली। यह संपत्ति किसी व्यक्ति की नहीं थी बल्कि पंडित नेहरू ने स्वतंत्रता संग्राम के लिए और लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए यह अखबार निकाला था जो स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज बन गई। खरगे ने पीएम पर प्रहार करते हुए कहा कि वे सोचते हैं कि कांग्रेस इससे डर जाएगी तो यह गलत सोच है। कांग्रेस कभी नहीं डरेगी और 'अंत तक' लड़ेगी।

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