25 लाख का स्वास्थ्य बीमा, जातिगत जनगणना, 30 लाख सरकारी नौकरी... कांग्रेस के घोषणापत्र की 10 बड़ी बातें पढ़ लीजिए
Congress Manifesto 2024 कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है और इसे न्याय पत्र नाम दिया है। कांग्रेस के घोषणापत्र में कई बड़े चुनावी वादे किए गए हैं। पार्टी ने महिलाओं युवाओं से लेकर किसानों तक के लिए 25 गारंटियां जारी की है। इसके साथ ही नौकरियों और आरक्षण को लेकर भी वादा किया गया है। आइए जानें कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र की बड़ी बातें....
जागरण डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Congress Manifesto 2024 कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। पार्टी ने इसे न्याय पत्र नाम दिया है। कांग्रेस के घोषणापत्र में कई बड़े चुनावी वादे किए गए हैं। पार्टी ने महिलाओं, युवाओं से लेकर किसानों तक के लिए 25 गारंटियां जारी की है। इसके साथ ही नौकरियों और आरक्षण को लेकर भी वादा किया गया है।
आइए, जानें कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र की बड़ी बातें....
- कांग्रेस ने अपने न्यायपत्र (Congress Manifesto 2024) में सबसे बड़ा वादा आरक्षण सीमा को खत्म कर रिजर्वेशन कोटा को बढ़ाने का वादा किया है।
- महिलाओं के लिए पार्टी ने दो बड़े वादे किए हैं। एक तो सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 50 फीसद तक आरक्षण और गरीब लड़कियों को सालाना 1 लाख रुपये की मदद देने का वादा किया गया है।
- युवाओं के लिए बड़ा वादा करते हुए घोषणापत्र में कहा गया है कि स्नातक के बाद उन्हें पहली नौकरी सरकार दिलाएगी। वहीं, युवाओं को 30 लाख सरकार नौकरी देने का वादा किया गया है।
- पार्टी ने 10 न्याय का वादा किया है। इसमें हिस्सेदारी न्याय, युवा न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय, संविधानिक न्याय, आर्थिक न्याय, राज्य न्याय, रक्षा न्याय, पर्यावरण न्याय शामिल है।
- न्यायपत्र में मिनिमम मजदूरी 400 रुपये करने का वादा किया गया है।
- कांग्रेस ने किसानों के लिए एमएसपी पर कानून बनाने का वादा किया है।
- स्वास्थ्य को लेकर भी कांग्रेस ने बड़ी गारंटी दी है। पार्टी ने लोगों का 25 लाख रुपये का फ्री स्वास्थ्य बीमा करने की बात कही है।
- एक साल में एससी, एसटी और ओबीसी के लिए रिजर्व्ड पदों को भरने का वादा।
- गरीबों, खासकर एससी और एसटी छात्रों के लिए आवासीय विद्यालयों का बड़ा नेटवर्क खड़ा किया जाएगा और इसका विस्तार हर ब्लॉक तक होगा।
- पार्टी ने जातिगत जनगणना कराने का अपना वादा इस घोषणापत्र में फिर दोहराया है।