'सेंगोल पर झूठ बोल रही कांग्रेस', तिरुवदुथुराई आदिनम बोले- तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया
Thiruvaduthurai Adhinam on Sengol आदिनम ने अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट को भ्रामक बताते हुए कहा कि लार्ड माउंटबेटन को ही सेंगोल सौंपा गया था। रिपोर्ट को आधार बनाकर कांग्रेस ने भाजपा पर हमला किया था। अब भाजपा ने कांग्रेस से माफी की मांग की है।
By Jagran NewsEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sat, 10 Jun 2023 09:32 AM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। तमिलनाडु के धार्मिक मठ तिरुवदुथुराई आदिनम ने एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित उस खबर को शरारतपूर्ण बताया है कि आदिनम इस बात को लेकर स्पष्ट नहीं है कि नए संसद भवन में स्थापित सेंगोल लार्ड माउंटबेटन को सौंपा गया था या नहीं।
आदिनम ने रिपोर्ट को अप्रासंगिक बताया
आदिनम ने इस रिपोर्ट को अप्रासंगिक बताते हुए कहा कि तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि तिरुवदुथुराई आदिनम के कुछ प्रतिनिधि 14 अगस्त, 1947 को सेंगोल सौंपने के लिए दिल्ली पहुंचे थे। यह सेंगोल लार्ड माउंटबेटन को सौंपा गया था। बाद में उनसे लेकर इसका गंगाजल से अभिषेक किया गया। फिर इसे जवाहरलाल नेहरू को सौंपा गया।
जयराम रमेश ने ट्वीट कर किया था दावा
इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित तिरुवदुथुराई आदिनम के प्रमुख स्वामी के बयानों को आधार बनाते हुए दावा किया कि सेंगोल कभी लार्ड माउंटबेटन को नहीं सौंपा गया था। न ही सी राजगोपालाचारी से इस बारे में कोई चर्चा की गई थी।उन्होंने कहा कि जब सेंगोल लार्ड माउंटबेटन को ही नहीं सौंपा गया, तो फिर माउंटबेटन इसे जवाहरलाल नेहरू को कैसे सौंप सकते थे?
नए तथ्यों से साफ हो गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को सत्ता के हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में अंग्रेजों द्वारा सेंगोल सौंपने की कहानी झूठी है और भाजपा की 'फेक फैक्ट्री' का पर्दाफाश हो गया है।
किशन रेड्डी बोले- आपकी शरारत सामने आई
इसके जवाब में केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि एक बार फिर गलत जानकारी दी गई। अंग्रेजी अखबार ने शरारतपूर्ण ढंग से आदिनम का हवाला दिया। यह कैसी पत्रकारिता है? रेड्डी ने जयराम से कहा कि आप जैसे नेता यह सोचकर अधिक शरारत करते हैं कि आदिनम का बयान विरोधाभासी हो जाएगा।