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'गंभीर जल संकट से जूझ रहा कर्नाटक', पीएम के दौरे से पहले कांग्रेस ने सरकार पर लगाया अनदेखी का आरोप; पूछे ये सवाल

कांग्रेस ने पीएम मोदी के कर्नाटक दौरे से पहले उन पर हमला बोला है। जयराम रमेश ने कहा कि कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों में सूखे की गंभीर स्थिति के कारण गंभीर जल संकट पैदा हो गया है। राज्य के 236 तालुकाओं में से 223 सूखे की स्थिति का सामना कर रहे हैं। हालांकि मोदी सरकार ने अब तक कर्नाटक के लोगों की मदद करने से इनकार क्यों किया।

By Agency Edited By: Mohd Faisal Updated: Mon, 18 Mar 2024 09:47 AM (IST)
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पीएम के कर्नाटक दौरे से पहले कांग्रेस ने सरकार पर लगाया राज्य की अनदेखी का आरोप (फाइल फोटो)
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस ने पीएम मोदी के कर्नाटक दौरे से पहले उन पर हमला बोला है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जल संकट का सामना कर रहे बेंगलुरु की अनदेखी का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि गंभीर सूखे की स्थिति के कारण कर्नाटक गंभीर जल संकट से जूझ रहा है, लेकिन मोदी सरकार ने अब तक लोगों की मदद नहीं की।

शिवमोग्गा में रैली करेंगे पीएम मोदी

दरअसल, पीएम मोदी आज कर्नाटक के शिवमोग्गा में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम मोदी के दौरे से पहले उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आज कर्नाटक के शिवमोग्गा में हैं। हमें उम्मीद है कि वह अपने संबोधन में राज्य के कुछ प्रमुख मुद्दों को संबोधित करेंगे।

सूखे की गंभीर स्थिति का सामना कर रहा कर्नाटक

जयराम रमेश ने कहा कि कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों में सूखे की गंभीर स्थिति के कारण गंभीर जल संकट पैदा हो गया है। राज्य के 236 तालुकाओं में से 223 सूखे की स्थिति का सामना कर रहे हैं। राज्य सरकार ने सूखे की गंभीर स्थिति से निपटने के लिए 18,172 करोड़ रुपये जारी करने का अनुरोध किया है। हालांकि, मोदी सरकार ने अब तक कर्नाटक के लोगों की मदद करने से इनकार क्यों किया है।

विफल रही मोदी सरकार- जयराम रमेश

कांग्रेस नेता जयराम ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर सूखे से संबंधित तनाव को कम करने में मदद करने के लिए कर्नाटक सरकार ने मनरेगा के तहत कार्य दिवसों की संख्या 100 से बढ़ाकर 150 करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस योजना में सूखे की अवधि के दौरान ऐसा करने का प्रावधान है। हालांकि, मोदी सरकार न केवल योजना के विस्तार को मंजूरी देने में विफल रही है, बल्कि वह रुपये जारी करने में भी विफल रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मनरेगा के तहत काम करने वाले लोगों को मजदूरी के भुगतान के लिए 1600 करोड़ रुपये रुपये जारी किए जाए।

श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान कब करेगी सरकार- जयराम रमेश

उन्होंने पूछा कि मोदी सरकार कर्नाटक के श्रमिकों को उनकी मजदूरी का भुगतान कब करने जा रही है। उन्होंने कहा कि 2023 में कार्यभार संभालने के बाद से कर्नाटक सरकार की अन्न भाग्य योजना के माध्यम से गरीब परिवारों को अतिरिक्त 5 किलोग्राम चावल उपलब्ध कराने के प्रयासों को मोदी सरकार ने बाधित किया है। उन्होंने आगे कहा कि शिवमोग्गा लोकसभा क्षेत्र है, जिसका प्रतिनिधित्व पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे बी वाई राघवेंद्र करते हैं। प्रधानमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि राजनीति में 'वंशवाद' पर भाजपा का रुख क्या है।

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