Electoral Bonds: भाजपा के बैंक खाते किए जाएं फ्रीज, इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में की जाए विशेष जांच; कांग्रेस ने की मांग
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को चुनावी बांड योजना की विशेष जांच की मांग की जिसके माध्यम से सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने पिछले पांच सालों में 6060 करोड़ रुपये जुटाए हैं। उन्होंने मांग की है कि जब तक इसकी पूरी तरह से जांच न हो जाए तब तक के लिए भाजपा के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया जाए।
पीटीआई, बेंगलुरु। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) ने शीर्ष अदालत के आदेशों का पालन करते हुए इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral bonds) का पूरा डेटा चुनाव आयोग (EC) को सौंप दिया था, जिसके बाद चुनाव आयोग ने इस जानकारी को गुरुवार को सार्वजनिक कर दिया। वहीं, चुनाव आयोग द्वारा डेटा सार्वजनिक करने के बाद से ही कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमलावर हो गई है।
बैंक खातों को फ्रीज करने की मांग
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को चुनावी बांड योजना की विशेष जांच की मांग की, जिसके माध्यम से सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने पिछले पांच सालों में 6,060 करोड़ रुपये जुटाए हैं। उन्होंने मांग की है कि जब तक इसकी पूरी तरह से जांच न हो जाए तब तक के लिए भाजपा के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया जाए। कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के तुरंत बाद चुनावी बांड खरीदने वाली कई कंपनियों का भी मुद्दा उठाया।
खरगे ने बताया कांग्रेस को कितना मिला चंदा
उन्होंने कहा कि चुनावी बांड के जरिये भाजपा ने करोड़ो रुपये जुटाए हैं वहीं, कांग्रेस का चंदा प्राप्त करने वाला बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है। उन्होंने पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने यह उजागर कर दिया है कि कैसे भाजपा ने चुनावी बांड के जरिए पैसा बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने SBI के डेटा का हवाला देते हुए कहा कि चुनावी बांड के जरिए भाजपा को 50 प्रतिशत, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 11 प्रतिशत चंदा मिला।यह भी पढ़ेंः Electoral Bonds: 'चुनावी बॉन्ड की संख्या क्यों नहीं है', सुप्रीम कोर्ट की SBI को फिर फटकार; जारी किया नोटिस